आईजीआईएमएस के नवनिर्मित क्षेत्रीय चक्षु संस्थान में आई ट्रॉमा की सुविधा बहाल हो गई है। यह सुविधा 24 घंटे मिलेगी। इसके लिए अलग से ओटी, डॉक्टर और पारा मेडिकल स्टाफ की डेडिकेटेड टीम तैनात की गई है। राज्य में पहली बार किसी सरकारी अस्पताल में आई ट्रॉमा यूनिट की व्यवस्था हुई है। सड़क दुर्घटना, कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करते समय, प्रदूषण के कारण या खेलते समय बच्चों की आंख में चोट लगने पर आई ट्रॉमा में इलाज कराया जा सकता है। इसके अलावा एचआईवी, एड्स, हेपेटाइटिस बी, सी और अन्य संक्रामक बीमारियों से संक्रमित नेत्र मरीज की सर्जरी के लिए एक अलग डेडिकेटेड ओटी की व्यवस्था की गई है। मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल ने कहा कि आई ट्रॉमा के मामले बढ़ गए हैं। इसी वजह से क्षेत्रीय चक्षु संस्थान की आई इमरजेंसी में 24 घंटे आई ट्रॉमा की सुविधा बहाल की गई है। साथ ही एचआईवी, हेपेटाइटिस बी-सी और संक्रामक बीमारियों के मरीजों के लिए अलग ओटी की व्यवस्था की गई है। इस व्यवस्था से मरीजों को इलाज के लिए भटकने से निजात मिल गई है।
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