Ahmedabad. मानसून के दिनों में होने वाली बारिश के दौरान इमारतों की छतों से नीचे गिरने वाला पानी अब यूं ही सीवरेज लाइन में नहीं बहेगा।
ऐसा इसलिए है, क्योंकि अहमदाबाद महानगर पालिका ने शहर में स्थित मनपा की 1800 इमारतों में बारिश के पानी को संग्रह करने के लिए रूफ टॉप रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का निर्णय किया है। पहले चरण में 400 इमारतों में इसे लगाया जाएगा। इसकी शुरूआत भी कर दी गई है। इसके लिए 5.50 करोड़ का बजट आवंटित किया है।
अहमदाबाद मनपा के तहत केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय की ओर से बरसाती पानी के संरक्षण के लिए केच द रेन अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत अहमदाबाद मनपा ने इमारतों पर रूप टॉप रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का निर्णय किया है।
इस पहल के तहत मनपा की सभी जोन ऑफिस, वार्ड ऑफिस, हॉस्पिटल, मनपा स्कूल, अर्बन हेल्थ सेंटर, लाइब्रेरी, वॉटर डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर, ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन मिलाकर 1800 इमारते हैं। इन सभी में रूफ टॉप रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लगाया जाएगा। आगामी डेढ़ वर्ष में इस सिस्टम को लगाने का लक्ष्य तय किया है।
छत के पानी का होगा संग्रह
मनपा की इस पहल के तहत मनपा इमारतों की छतों पर बारिश के दौरान जमा होने वाला बरसाती पानी यूं ही व्यर्थ नहीं बहेगा। इसे फिल्टर करके शुद्ध किया जाएगा और उसी इमारत की अंडर ग्राउंट पानी की टंकी में अथवा परिसर में स्थित बोरवेल या परकोलेशन वेल के साथ जोड़कर जमीन में उतारने का कार्य किया जाएगा।
भूजल स्तर को ऊपर लाने में मिलेगी मदद
मनपा का कहना है कि इस निर्णय के चलते बरसाती पानी का बेहतर संरक्षण तो होगा ही साथ ही इस पानी के संग्रह होने या फिर जमीन में उतरने से भू-जल स्तर को ऊपर लाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा नर्मदा के पानी की मौजूदा आपूर्ति में कमी आएगी। पानी की गुणवत्ता भी सुधरेगी।
एक इमारत ने की पहल
मनपा सूत्रों के तहत शहर की एक इमारत ने इस दिशा में अच्छी पहल की। इसके तहत उन्होंने बरसाती पानी का संग्रह किया। उसे जमीन में उतारा। इससे करीब 10 लाख लीटर से ज्यादा पानी जमीन में उतारा गया।
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