बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के तहत सोमवार को गोपालगंज जिले की भोरे विधानसभा सीट पर सियासी हलचल अपने चरम पर पहुंच गई। जिले के वरिष्ठ और प्रभावशाली नेताओं के बीच चुनावी सरगर्मी के बीच बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने अपने नामांकन पर्चा दाखिल कर एनडीए की जीत का भरोसा व्यक्त किया। भोरे विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान विधायक और जनता दल (यूनाइटेड) के सदस्य सुनील कुमार ने दैनिक भास्कर संवाददाता से विशेष बातचीत में कहा, “मैं अपने मतदाताओं के विश्वास और समर्थन को बनाए रखते हुए इस बार भी विधानसभा में जीत हासिल करने का प्रयास करूंगा। हमारा लक्ष्य है कि एनडीए गोपालगंज जिले की सभी छह विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज करे और नीतीश कुमार के नेतृत्व में अगली सरकार बनाने में अहम योगदान दे।” नामांकन का मंच और जन समर्थन सुनील कुमार ने नामांकन पर्चा दाखिल करने के लिए सुबह अपने समर्थकों के साथ एडीएम कार्यालय पहुंचे। कार्यालय परिसर में भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। समर्थकों ने फूल-माला पहनाकर और नारेबाजी करते हुए अपने नेता का जोरदार स्वागत किया। स्थानीय पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुनील कुमार ने कहा कि उनका मुख्य फोकस शिक्षा और जनकल्याण के मुद्दों पर रहेगा। उन्होंने उल्लेख किया कि पिछली विधानसभा में उन्होंने कई शिक्षा परियोजनाओं को अमली जामा पहनाया है और इस बार भी उनका प्रयास होगा कि शिक्षा और रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएं। “भोरे विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा के स्तर को और उन्नत बनाने की जरूरत है। हमने पिछले पांच साल में कई स्कूल और कॉलेजों में सुधार किए हैं, स्वास्थ्य केंद्रों को बेहतर बनाया है और जनकल्याण की दिशा में काम किया है। अगर जनता हमें मौका देती है, तो हम आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र को विकास की मिसाल बनाएंगे।” राजनीतिक माहौल और चुनावी समीकरण भोरे विधानसभा सीट को सुरक्षित सीट माना जाता है, लेकिन सुनील कुमार का नामांकन इस बार भी चुनावी प्रतिस्पर्धा को और गर्माता है। गोपालगंज जिले में एनडीए का दावा है कि सभी छह सीटें जीतकर पार्टी अपनी मजबूत पकड़ बनाएगी। विशेषज्ञों के अनुसार, “भोरे विधानसभा क्षेत्र में सुनील कुमार की साख और संगठन क्षमता उन्हें इस चुनाव में मजबूत दावेदार बनाती है। हालांकि विपक्षी दल भी इस सीट पर अपना पूरा जोर लगा सकते हैं। चुनाव के दिन मतदाताओं की सक्रिय भागीदारी निर्णायक भूमिका निभाएगी।” सुनील कुमार की उपलब्धियां और पिछले कार्यकाल का मूल्यांकन सुनील कुमार ने बताया कि उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। उनके कार्यकाल में जिले के स्कूलों में शिक्षक संवर्द्धन, नई सुविधाओं का निर्माण और डिजिटल शिक्षा के विस्तार पर ध्यान दिया गया। उन्होंने कहा, “हमने विद्यालयों में नई बिल्डिंग निर्माण, पुस्तकालय की स्थापना और तकनीकी शिक्षा के अवसर बढ़ाने पर विशेष जोर दिया। इसके अलावा, स्वास्थ्य केंद्रों में सुधार और जनसुरक्षा की दिशा में भी कदम उठाए गए हैं। मेरा प्रयास हमेशा यही रहा है कि भोरे की जनता को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मिलें।” उनके अनुसार, एनडीए का समर्थन और संगठनात्मक मजबूती उन्हें हर चुनाव में सफलता दिलाने में मदद करता है। उन्होंने आश्वस्त किया कि पार्टी की रणनीति और जनसमर्थन के बल पर इस बार भी उनकी जीत सुनिश्चित होगी। स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रियाएं सुनील कुमार के नामांकन के बाद स्थानीय एनडीए नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका समर्थन जताया। जिला अध्यक्ष और पार्टी कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनका अनुभव और साख इस सीट पर एनडीए की जीत सुनिश्चित करेगी। एक वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारी ने बताया, “सुनील कुमार न केवल एक अनुभवी नेता हैं, बल्कि जनता की अपेक्षाओं और जरूरतों को समझने वाले नेता भी हैं। उनका नामांकन अन्य प्रत्याशियों के लिए चुनौतीपूर्ण है।” भविष्य की रणनीति और चुनावी तैयारी सुनील कुमार ने मीडिया से बातचीत में यह भी कहा कि उनका चुनावी अभियान क्षेत्र की वास्तविक समस्याओं और जनता के मुद्दों पर केंद्रित होगा। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार में जनता की सहभागिता, स्थानीय मुद्दों की पहचान और समाधान पर जोर दिया जाएगा। “हमारा उद्देश्य केवल चुनाव जीतना नहीं है, बल्कि जनता के लिए सतत विकास और शिक्षा सुधार सुनिश्चित करना है। इसलिए इस बार भी हमारी रणनीति लोगों की समस्याओं और आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है।” सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी निर्वाचन कार्यालय ने पर्याप्त इंतजाम किए हैं। कार्यालय परिसर में बैरिकेडिंग, पुलिस तैनाती और सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय लागू किए गए हैं ताकि नामांकन प्रक्रिया शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से संपन्न हो सके। निर्वाचन अधिकारियों की तैयारी गोपालगंज जिले में सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए निर्वाचन अधिकारी और सहायक अधिकारियों ने नामांकन केंद्रों पर पूरी तैयारी की है। अधिकारियों का कहना है कि प्रत्याशियों और मतदाताओं से अपेक्षा है कि वे निर्वाचन आयोग के नियमों का पालन करें और शांतिपूर्ण वातावरण में चुनावी प्रक्रिया संपन्न हो। बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के तहत सोमवार को गोपालगंज जिले की भोरे विधानसभा सीट पर सियासी हलचल अपने चरम पर पहुंच गई। जिले के वरिष्ठ और प्रभावशाली नेताओं के बीच चुनावी सरगर्मी के बीच बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने अपने नामांकन पर्चा दाखिल कर एनडीए की जीत का भरोसा व्यक्त किया। भोरे विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान विधायक और जनता दल (यूनाइटेड) के सदस्य सुनील कुमार ने दैनिक भास्कर संवाददाता से विशेष बातचीत में कहा, “मैं अपने मतदाताओं के विश्वास और समर्थन को बनाए रखते हुए इस बार भी विधानसभा में जीत हासिल करने का प्रयास करूंगा। हमारा लक्ष्य है कि एनडीए गोपालगंज जिले की सभी छह विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज करे और नीतीश कुमार के नेतृत्व में अगली सरकार बनाने में अहम योगदान दे।” नामांकन का मंच और जन समर्थन सुनील कुमार ने नामांकन पर्चा दाखिल करने के लिए सुबह अपने समर्थकों के साथ एडीएम कार्यालय पहुंचे। कार्यालय परिसर में भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। समर्थकों ने फूल-माला पहनाकर और नारेबाजी करते हुए अपने नेता का जोरदार स्वागत किया। स्थानीय पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुनील कुमार ने कहा कि उनका मुख्य फोकस शिक्षा और जनकल्याण के मुद्दों पर रहेगा। उन्होंने उल्लेख किया कि पिछली विधानसभा में उन्होंने कई शिक्षा परियोजनाओं को अमली जामा पहनाया है और इस बार भी उनका प्रयास होगा कि शिक्षा और रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएं। “भोरे विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा के स्तर को और उन्नत बनाने की जरूरत है। हमने पिछले पांच साल में कई स्कूल और कॉलेजों में सुधार किए हैं, स्वास्थ्य केंद्रों को बेहतर बनाया है और जनकल्याण की दिशा में काम किया है। अगर जनता हमें मौका देती है, तो हम आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र को विकास की मिसाल बनाएंगे।” राजनीतिक माहौल और चुनावी समीकरण भोरे विधानसभा सीट को सुरक्षित सीट माना जाता है, लेकिन सुनील कुमार का नामांकन इस बार भी चुनावी प्रतिस्पर्धा को और गर्माता है। गोपालगंज जिले में एनडीए का दावा है कि सभी छह सीटें जीतकर पार्टी अपनी मजबूत पकड़ बनाएगी। विशेषज्ञों के अनुसार, “भोरे विधानसभा क्षेत्र में सुनील कुमार की साख और संगठन क्षमता उन्हें इस चुनाव में मजबूत दावेदार बनाती है। हालांकि विपक्षी दल भी इस सीट पर अपना पूरा जोर लगा सकते हैं। चुनाव के दिन मतदाताओं की सक्रिय भागीदारी निर्णायक भूमिका निभाएगी।” सुनील कुमार की उपलब्धियां और पिछले कार्यकाल का मूल्यांकन सुनील कुमार ने बताया कि उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। उनके कार्यकाल में जिले के स्कूलों में शिक्षक संवर्द्धन, नई सुविधाओं का निर्माण और डिजिटल शिक्षा के विस्तार पर ध्यान दिया गया। उन्होंने कहा, “हमने विद्यालयों में नई बिल्डिंग निर्माण, पुस्तकालय की स्थापना और तकनीकी शिक्षा के अवसर बढ़ाने पर विशेष जोर दिया। इसके अलावा, स्वास्थ्य केंद्रों में सुधार और जनसुरक्षा की दिशा में भी कदम उठाए गए हैं। मेरा प्रयास हमेशा यही रहा है कि भोरे की जनता को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मिलें।” उनके अनुसार, एनडीए का समर्थन और संगठनात्मक मजबूती उन्हें हर चुनाव में सफलता दिलाने में मदद करता है। उन्होंने आश्वस्त किया कि पार्टी की रणनीति और जनसमर्थन के बल पर इस बार भी उनकी जीत सुनिश्चित होगी। स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रियाएं सुनील कुमार के नामांकन के बाद स्थानीय एनडीए नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका समर्थन जताया। जिला अध्यक्ष और पार्टी कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनका अनुभव और साख इस सीट पर एनडीए की जीत सुनिश्चित करेगी। एक वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारी ने बताया, “सुनील कुमार न केवल एक अनुभवी नेता हैं, बल्कि जनता की अपेक्षाओं और जरूरतों को समझने वाले नेता भी हैं। उनका नामांकन अन्य प्रत्याशियों के लिए चुनौतीपूर्ण है।” भविष्य की रणनीति और चुनावी तैयारी सुनील कुमार ने मीडिया से बातचीत में यह भी कहा कि उनका चुनावी अभियान क्षेत्र की वास्तविक समस्याओं और जनता के मुद्दों पर केंद्रित होगा। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार में जनता की सहभागिता, स्थानीय मुद्दों की पहचान और समाधान पर जोर दिया जाएगा। “हमारा उद्देश्य केवल चुनाव जीतना नहीं है, बल्कि जनता के लिए सतत विकास और शिक्षा सुधार सुनिश्चित करना है। इसलिए इस बार भी हमारी रणनीति लोगों की समस्याओं और आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है।” सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी निर्वाचन कार्यालय ने पर्याप्त इंतजाम किए हैं। कार्यालय परिसर में बैरिकेडिंग, पुलिस तैनाती और सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय लागू किए गए हैं ताकि नामांकन प्रक्रिया शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से संपन्न हो सके। निर्वाचन अधिकारियों की तैयारी गोपालगंज जिले में सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए निर्वाचन अधिकारी और सहायक अधिकारियों ने नामांकन केंद्रों पर पूरी तैयारी की है। अधिकारियों का कहना है कि प्रत्याशियों और मतदाताओं से अपेक्षा है कि वे निर्वाचन आयोग के नियमों का पालन करें और शांतिपूर्ण वातावरण में चुनावी प्रक्रिया संपन्न हो।


