जयपुर। संगीत आश्रम संस्थान की ओर से सोमवार 29 अक्टूबर को शास्त्रीनगर स्थित साइंसपार्क ऑडिटोरियम में संजोई सांस्कृतिक संध्या में जयपुर घराने के शुद्ध पारंपरिक कथक का लालित्य छलका। वहीं संस्थान के कलाकारों ने अपनी पुरकशिश आवाज में लीजेंड प्लेबैक सिंगर किशोर कुमार और मशूहर प्लेबैक सिंगर आशा भोसले के गाए मेलॉडियस सदाबहार नगमों को अपनी आवाज में पिरोकर रूहानी और रुमानी माहौल बनाया।
फुटवर्क व आंगिक-भंगिमाओं ने मोहा।
कार्यक्रम की शुरुआत कलाकारों के कथक नृत्य से हुई। करीब चार ग्रुप में बाल और युवा कलाकारों ने जयपुर घराने के शुद्ध पारंपरिक कथक नृत्य के साथ वेस्टर्न डांस की शानदार प्रस्तुति से खूब प्रशंसा बंटोरी। कलाकारों ने तीन ताल में फुटवर्क और आंगिक-भंगिमाओं का बेहतरीन संयोजन दर्शाकर अपनी तैयारी पक्ष का खूबसूरत नजारा पेश किया। नृत्याचार्य संजीव कुमावत के निर्देशन में कलाकार जॉली माथुर, भूमिका कुमावत और महक खंडेलवाल, राधिका खेतान ने तीन ताल में आमद, ठाठ,तोड़े, परन, चक्करदार परन, कुछ फरमाइशी बातों आदि की सलोनी प्रस्तुति दी। आराध्या शर्मा, मानवी गुप्ता, लक्षरीटा, रिद्धिमा, सिद्धिमा, तन्वी और एंजिल्स ने भी जयपुर घराने के शुद्ध पारंपरिक नृत्य की लावणयुक्त प्रस्तुति देकर अपने सबक को साकार किया। इसके अलावा यश नंदवाना, पलक, रुचिका, समृद्धि, मान्य, स्नेहा और ध्याना ने मेडले में वेस्टर्न डांस की रॉकिंग परफोरर्मेंस दी। तबले पर इदरिस खान ने संगत की।
इसके बाद संगीत संस्थान के कलाकारों ने अमर गायक प्लेबैक सिंगर किशोर कुमार और सिंगर आशा भोसले के गाए कई सदाबहार नगमों को अपनी आवाज में दिलकश अंदाज में पेश किया। वरिष्ठ कलाकार ताराचंद जैन ने मेरे नसीब में…, सोनू सोनी ने आओ हुजूर तुमको…, राजेश्वरी गोस्वामी ने खत लिख दे सांवरिया…, ममता शर्मा ने मेरा जीवन कोरा कागज.., साधना रावल ने तू तू है वही…, शेखर हाड़ा ने एक हसीना थी…, नीता गौड़ ने प्यार दीवाना होता है…, दिव्या सक्सैना ने तेरे बिना जिन्दगी से…, बाल कलााकर दिशा चटोपोध्याय ने आ चल के तुझे…, गौरिका गौड़ ने जिन्दगी एक सफर…, सराह पारीक ने छू कर मेरे दिल को…, सूरज सिंह ने ओ साथी रे…जैसे नगमें गुनगुनाकर माहौल में फिल्म संगीत की मेलॉडी घोल दी। कार्यक्रम में सुरेन्द्र, सुमित्रा अग्रवाल, प्रियंका शर्मा, प्रिंस शर्मा, गरिमा, गर्विता मंगल, दीपक कपूरिया, अदिति डे, अनुश्री डे समेत अदम्य शर्मा और मनीष जोशी ने भी गीत पेश किए। कीबोर्ड पर दौलत सिंह, गिटार पर वत्सल अनुपम, ऑक्टोपेड पर अल्ताफ हुसैन, इदरिस खान ने तबले और हारमोनियम पर अंजना गुप्ता ने संगत की। संचालन बीना अनुपम ने किया। अंत में संस्थान सचिव अमित अनुपम ने सभी आगन्तुकों का आभार जताया।
