जयपुर। टिकटों की घोषणा और नामांकन वापसी के बाद चुनावी रण के लिए सभी योद्धाओं की स्थिति साफ हो गई। प्रदेश के विधानसभा चुनावों में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच रहा है। सभी विधानसभाओं में दोनों पार्टियों के योद्धाओं के नाम सामने हैं। भाजपा ने जयपुर की लगभग सभी सीटों पर पुराने चेहरों को मौका दिया है। सांगानेर सीट से अशोक लाहोटी को टिकट दिया गया है। वहीं कांग्रेस की ओर से इस बार चार नए चेहरों को मैदान में उतारा है। जिनमें सांगानेर से पुष्पेन्द्र भारद्वाज, आदर्श नगर से रफीक खान, विद्याधर नगर से सीताराम अग्रवाल और आमेर से प्रशांत शर्मा हैं।
हवामहल- महेश जोशी बनाम सुरेन्द्र पारीक
कांग्रेस की ओर से हवामहल सीट पर पूर्व सांसद महेश जोशी को
टिकट दिया गया है। एक बार सांसद और एक बार विधायक रह चुके हैं। इस सीट पर कांग्रेस के कदावर नेता ब्रजकिशोर शर्मा भी मुख्य दावेदार थे। वहीं दूसरी ओर भाजपा से यहां सुरेन्द्र पारीक मैदान में हैं। वे वर्ष 2003 और 2013 में विधायक चुने गए थे। पिछली बार चुनाव में सुरेंद्र पारीक ने 12715 वोटों से कांग्रेस के ब्रजकिशोर को हराया था। चौथी बार मैदान में है। दो बार विधायक रह चुके हैं।
मालवीय नगर- अर्चना शर्मा बनाम कालीचरण सराफ
प्रदेश कांग्रेस की उपाध्यक्ष और मीडिया पर्सन अर्चना शर्मा को
मालवीय नगर सीट से दूसरी बार मौका मिला है। पिछली बार करीब 48 हजार के वोटों के बड़े अंतर से इन्हें हार मिली थी। मालवीय नगर से भाजपा के कैबिनेट मंत्री कालीचरण सराफ को टिकट मिला है। पिछले चुनाव में भाजपा के कालीचरण सराफ ने अर्चना शर्मा को 48 हजार से ज्यादा मतों से हराया था। छह बार चुनाव लड़ चुके हैं। पांच बार जीते। तीन बार मंत्री रह चुके हैं। यह मुकाबला बड़ा ही रोचक रहेगा।
आदर्श नगर- रफीक खान वर्सेज अशोक परनामी
राजधानी की चर्चित सीटों में शुमार आदर्श नगर सीट पर भाजपा
ने फिर से अशोक परनामी पर भरोसा जताया है। गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी माहिर आजाद को हराया था। तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। दो बार विधायक भी रह चुके हैं। कांग्रेस की ओर से यहां से नए चेहरे रफीक खान को मौका दिया है। खान गारमेंट एक्सपोर्टर है। कांग्रेस के कई प्रकोष्ठों में जुड़े हुए हैं। यहां मुकाबला दिलचस्प रहेगा।
किशनपोल- मोहनलाल गुप्ता बनाम अमीन कागजी
यह सीट हमेशा कांटे की टक्कर के लिए जानी जाती है। कांग्रेस ने
किशनपोल विधानसभा क्षेत्र से एक बार फिर से अमीन कागजी को प्रत्याशी बनाया है। वहीं भाजपा ने यहां मौजूदा विधायक मोहनलाल गुप्ता को प्रत्याशी बनाया है। गुप्ता ने पिछली बार कांग्रेस के अमीन कागजी को पराजित किया था। कागजी के टिकट मिलने से एक बार फिर इस सीट पर दोनों फिर से आमने सामने होंगे। यहां कांग्रेस की ओर से पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल प्रमुख दावेदार थीं। पछली बार मोहनलाल गुप्ता को वोट मिले 68240 जबकि अमीन कागजी को 58555 मतों से संतोष करना पड़ा था।
विद्याधर नगर- सीताराम अग्रवाल बनाम नरपत सिंह राजवी
विद्याधर नगर विधानसभा सीट से कांग्रेस से नए चेहरे सीताराम
अग्रवाल पर भरोसा दिखाया है। पिछली बार यहां से पार्टी ने विक्रम सिंह शेखावत को उम्मीदवार बनाया था। पहली बार राजपूत के आगे वैश्य प्रत्याशी। वहीं भाजपा ने लगातार दो बार विधायक चुने गए नरपत सिंह राजवी को भाजपा ने तीसरी बार मौका दिया है। 2013 में नरपत सिंह राजवी ने 37913 वोट से कांग्रेस के विक्रम सिंह शेखावत को हराया था। छह बार चुनाव लड़ चुके हैं। पांच बार जीते। तीन बार मंत्री रह चुके हैं। 2008 भाजपा के नरपत सिंह राजवी ने 9 हजार 40 वोट से कांग्रेस के विक्रम सिंह शेखावत को हराया था।
सिविल लाइंस- प्रताप सिंह खाचरियावास वर्सेज अरुण चतुर्वेदी
शहर की हाई फाई सीटों में शुमार सिविल लाइन्स पर कांग्रेस ने
प्रताप सिंह खाचरियावास पर विश्वास जताया है। पिछली बार उनकी इस सीट से हार हुई थी और भाजपा ने यहां जीत हासिल की थी। क्षेत्र में प्रताप सिंह का सक्रिय रहे है। वहीं भाजपा के अरुण चतुर्वेदी ने पिछली बार पहली बार यहां से चुनाव लड़ा और जीते। भाजपा ने एक बार फिर चतुर्वेदी पर दांव लगाया है। अरुण चतुर्वेदी 77693 वोट मिले थे। प्रताप को 66564 वोट मिले थे। इस सीट पर 72 प्रतिशत मतदान हुआ था। पहली बार विधायक बने, मंत्रीपद भी मिला। दूसरी बार मैदान में। दोनों प्रत्याशी फिर से आमने सामने होने से मुकाबला टक्कर का होने की संभावना है। इस बार आप पार्टी के देवेन्द्र शास्त्री भी इस सीट से प्रत्याशी है।
झोटवाड़ा- लालचंद कटारिया बनाम राजपाल सिंह शेखावत
इस सीट से कांग्रेस ने लालचंद कटारिया को टिकट दिया है। पूर्व
केंद्रीय राज्य मंत्री। जयपुर ग्रामीण से सांसद और आमेर से विधायक रह चुके है। कांग्रेस ने वर्ष 2013 में झोटवाड़ा से लालचंद कटारिया केे छोटे भाई की पत्नी रेखा कटारिया को चुनाव मैदान में उतारा था। जिसे राजपाल सिंह ने शिकस्त दी थी। वहीं भाजपा ने फिर से राजपाल सिंह शेखावत को मैदान में उतारा है। पिछली बार राजपाल शेखावत ने कांग्रेस की उम्मीदवार रेखा कटारिया को हराया था। 5 बार विधायक, 3 बार मंत्री रहे। पिछली बार 19602 वोटों से जीते।
सांगानेर – पुष्पेन्द्र भारद्वाज वर्सेज घनश्याम तिवाड़ी वर्सेज अशोक लाहोटी
जयपुर की सबसे चर्चित सीटों में से एक सांगानेर है। यहां से
विधायक घनश्याम तिवाड़ी नई पार्टी भारत
वाहिनी से चुनाव लड़ रहे हैं। इस कारण दोनों पार्टियों को कड़ी टक्कर मिलने की संभावना हैं। राजस्थान छात्रसंघ के अध्यक्ष रह चुके पुष्पेन्द्र भारद्वाज को सांगानेर सीट पर कांग्रेस ने मौका दिया है। पिछले 5 साल से सक्रिय रहे। पिछली बार यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार संजय बाफना थे। जो भाजपा के घनश्याम तिवाड़ी से लगभग 63 हजार वोटों से पराजित हुए थे। वहीं भाजपा ने अशोक लाहोटी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। लाहोटी जयपुर के महापौर है। राजस्थान छात्रसंघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। ज्ञानदेव आहूजा के सांगानेर से निर्दलीय पर्चा भरने से मुकाबला चतुष्कोणीय हो गया था। आहूजा के नाम वापस लेने के बाद भाजपा का राहत मिली है। अब मुकाबला त्रिकोणीय और टक्कर का रहेगा।
