panna tiger reserve: एक सैकड़ा से भी अधिक बाघों वाले पन्ना टाइगर रिजर्व के बाघों की दहाड़ सात समुंदर से भी पर्यटकों को अपनी ओर खींच लाती है। इसे आगामी एक अक्टूबर से फिर से पर्यटकों के लिए खोले जाने की तैयारियां की जा रही हैं। हालांकि बारिश का दौर अभी तक जारी रहने से यहां अभी सड़कों की मरमत का काम शुरू नहीं हो सका है। करीब एक महीने से ऑनलाइन टिकटों (online tickets) की एडवांस बुकिंग चल रही है। पहले सप्लाह के लिए करीब सभी सीटें भी फुल हो चुकी हैं।
गौरतलब है कि पन्ना टाइगर रिजर्व का कौर और बफर क्षेत्र 1598 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। बीते पर्यटन सीजन में यहां कुल 2.7 लाख पर्यटकों ने टाइगर रिजर्व के बाघों और यहां की खूबसूरती को निहारा। इनमें 15 हजार से भी अधिक संख्या विदेशी पर्यटकों की थी। बीते पर्यटन सीजन में टाइगर रिजर्व को 7.43 करोड़ रुपए की आय प्राप्त हुई थी। यह किसी एक पर्यटन सीजन में टाइगर रिजर्व की सर्वाधिक आय थी। (MP News)
बाघ, दुर्लभ गिद्ध और फिशिंग कैट देखिए
पन्ना टाइगर रिजर्व में इन दिनों शावकों सहित 100 से भी अधिक बाघ स्वच्छंद रुप दहाड़ मार रहे हैं। यहां के बाघ पर्यटकों के लिए हमेशा ही आकर्षण का केंद्र रहते हैं। इस बार विलुप्तप्राय गिद्ध भी पर्यटकों को लुभाएंगे। देश में पाई जाने वाली गिद्धों की 9 में से 7 प्रजातियां पन्ना टाइगर रिजर्व में पाई जाती हैं। विलुप्तप्राय वन्यप्राणी फिशिंग कैट भी यहां पाई जाती है। पर्यटकों के लिए फिशिंग कैट भी आकर्षण का केंद्र होगी। (MP News)
होटल, रिसॉर्ट संचालकों ने भी की तैयारियां
पन्ना टाइगर रिजर्व में कोर जोन में पर्यटन के लिए ऑनलाइन बुकिंग शुरु होने के साथ ही अधिकांश होटल, रिसॉर्ट, रेस्टॉरेंट ने भी एडवांस ऑनलाइन बुकिंग शुरू कर दी है। अब पर्यटन कारोबार फिर गति पकड़ने की तैयारी में है। कई लोगों ने होटल और रिसॉर्ट पहले से ही बुक करा लिए हैं। (MP News)
पार्क घूमते समय इन बातों का रखें ध्यान
- जंगलों में जाने और जानवरों को देखने के लिए सुबह और देर दोपहर सबसे उपयुक्त हैं।
- पर्यटकों के छोटे समूह आदर्श होते हैं। जंगल के अंदर जाते समय गाइड लेना अनिवार्य है।
- पीने का पानी साथ लेकर जाएं, जानवरों को परेशान या तंग न करें। जानवरों और उनके आवासों का समान करें।
- पार्क के अंदर धीरे-धीरे 20 किमी प्रति घंटा से अधिक तेज जिप्सी ड्राइव नहीं हो हॉर्न न बजाएं। जंगल में जानवरों को रास्ते का अधिकार है।
- धूमपान या आग जलाने से बचना चाहिए। कोई आग्नेयास्त्र साथ में लेकर जंगल नहीं जाएं।
ऐसे पहुंचें पन्ना टाइगर रिजर्व
- प्लेन से खजुराहो नजदीकी एयरपोर्ट है। यहां से खजुराहो से कुछ ही दूरी पर पन्ना टाइगर रिजर्व का मडला गेट पड़ेगा।
- ट्रेन से आने वाले पर्यटकों के लिए सतना रेलवे स्टेशन या खजुराहो रेलवे स्टेशन पहुंचना होगा। सतना रेलवे स्टेशन से मडला गेट करीब 110 किमी. है। खजुराहो रेलवे स्टेशन से यह करीब आध घंटे की दूरी पर है।
- बस व बाइक से आने वाले पर्यटक पन्ना छतरुपुर के बीच चलने वाली बसों से सफर करके मडला गेट के पास ही उतर सकते हैं। पन्ना जिला मुयालय के बस स्टैंड से मडला गेट की दूरी करीब 25 किमी की है।
- प्रवेश कोर में- मडला, हिनौता, अकोल
- बफर क्षेत्र में- अकोला, झिन्ना


