गुलाबी नगरी जयपुर की फिज़ा जनवरी 18 से साहित्य और सिनेमा समारोह की महक से गुलजार रहेगा। साहित्य की सुगन्ध और फिल्मों की बहार से शहर का समां खुशमिजाजी बिखरेगा। हल्की गुलाबी सर्दी के बीच समारोह से जयपुराइट्स सराबोर रहेंगे। दुनिया भर के साहित्य प्रेमी, फिल्म प्रेमी, लेखक, कवि, विचार-साधक, निर्देशक, निर्माता फेस्टिवल में व्यापक सत्रों की विविधता के साथ ही अतुलनीय एवं यादगार अनुभव साझा करेंगे। यह गुलदस्ता चार-चार समारोह के साथ अपनी छठा बिखरेगा। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ), जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (जिफ), पेरेलल लिटरेचर फेस्टिवल (पीएलएफ) और राजस्थान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (रिफ)।
जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का 18 जनवरी से शुभारंभ
देश दुनियां में अपनी पहचान बनाने वाला और विश्व के विभिन्न देशों की सैकड़ों फिल्मों को मंच प्रदान करने वाला जयपुर इन्टरनेशनल फिल्म फेस्टीवल (जिफ) का 11वां संस्करण 18 जनवरी से प्रारम्भ होगा। यह 22 जनवरी तक चलेगा। जिफ इस साल अपना 11वां एडिशन ला रहा है। जिफ 2109 में कुल 64 देशों की 227 फिल्में कोंपीटीशन की श्रेणी में है। कुल 64 देशों की 232 फिल्में है जो पाँच दिन तक स्क्रीन होगी। इनमें से 5 फिल्मों की स्क्रीनिंग नहीं होगी। भारत से कुल 107 और विदेशों से कुल 125 फिल्मों का चयन हुआ है। इनमें 41 फीचर फिक्सन फिल्में और 129 शॉर्ट फिक्सन फिल्में शामिल हैं। दुनियाँ भर के किसी भी फेस्टीवल में ये अब तक का सबसे बड़ा कोम्पीटीटिव सलेक्शन है। इससे पहले 2013 में जिफ में 217 फिल्में थी। तब इतना बड़ा सलेक्शन देखकर पूरी दुनियाँ जिफ और जयपुर की तरफ देखने लगी थी। इस ग्रांड आयोजन के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा फिल्म मेकर्स और बेहतर फिल्मों को एक बड़ा मंच मिल रहा है। दूसरा वर्तमान में डिजिटल फिल्म मेकिंग से फिल्म मेकर्स की तादात बड़ी है, ये तादात बढऩे से नए फिल्म मेकर्स को न्याय मिलता है उनके अच्छे काम को मंच मिलता है। जिफ की ओपनिंग सेरेमनी 18 जनवरी को जैम सिनेमा में होगा। 22 जनवरी को गोलछा सिनमा में क्लोजिंग सेरेमनी आयोजित की जाएगी। सभी 232 फिल्में 8 से 10 अलग अलग वेन्यूज पर दिखाई जाएंगी।
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का 24 जनवरी से होगा आगाज
देश में साहित्य के सबसे बड़े महाकुंभ जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2019 के 12वें एडिशन का आयोजन 24 जनवरी से 28 जनवरी के बीच गुलाबी नगरी जयपुर में होगा। आयोजन ऐतिहासिक डिग्गी पैलेस में होगा। साहित्य और कला की छठा बिखरने वाले उस उत्सव का जयपुराइट्स के साथ-साथ देश-विदेश के साहित्य प्रेमियों को हमेशा इंतजार रहता है। हर बार की तरह ही इस साल भी साहित्य के इस महाकुंभ में देशी-विदेशी साहित्यकारों, लेखकों, कवियों और कलाविदों द्वारा अपने अनुभव साझा किए जांएगे। फेस्टिवल में क्लासिक्स, युद्ध, जासूसी, खुफिया, राजनीति, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन, लैंगिक मसले, प्रबंधन उद्यमशीलता, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पटकथा, पौराणिक कथााओं, अपराध, इतिहास, सिनेमा, कला, एक्टिविज्म और प्रवासन के मनोवैज्ञानिक परिणाम आदि विषयों पर चर्चा होगी। इस उत्सव में 35 से ज्यादा देशों के लगभग 250 लेंखकों, विचारकों, कवियों सहित साहित्यिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों की हस्तियों को आमंत्रित किया गया है।
