
गणतंत्र दिवस : 26 जनवरी
भारत की सबसे बड़ी विशेषता है विवधता में एकता। हमारा देश सबसे बड़ा लोकतंत्र है। हमारे देश के असंख्य वीरों, बहादुरों और बलिदानियों के संघर्षों, त्यागों और बलिदानों के बाद हमें आजादी मिली। आजादी के बाद देश के कर्णधारों और नीति निर्माताओं ने देश को आगे ले जाने के लिए संविधान का निर्माण किया। अथक मेहनत, विचार-विमर्श और गहन मंथन के बाद हमारा संविधान बना।
गणतंत्र दिवस समारोह
गणतंत्र दिवस भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पर्व है, इस दिन राष्ट्रपति इंडिया गेट पर आए हुए सभी प्रतिनिधियों तथा भारत की तीनों सेनाओं की सलामी लेते हैं। अनेक प्रकार की सुन्दर-सुन्दर झाँकियाँ नाच-गाने, बैण्ड-बाजे, हाथी, ऊँट, घोड़ों की सवारियाँ, टैंक, तोप, समुद्री जहाज और हवाई जहाज के नमूने कृषि और उद्योग की झाँकियाँ, स्कूली बच्चों के नाच-गाने करते हुए ग्रुप राष्ट्रपति को सलामी देते हुए चलते हैं। यह विजय चौक से शुरू होकर लाल किले तक जाते हैं। इस उत्सव में किसी दूसरे देश का कोई मेहमान बुलाया जाता है। शहीदों की याद में इंडिया गेट पर अमर ज्योति जलाई जाती है। इसके शीघ्र बाद 21 तोपों की सलामी दी जाती है, राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है और राष्ट्रगान होता है। इसके बाद परेड आरंभ होती है।
गणतंत्र दिवस परेड
राष्ट्रपति महोदय के सामने से खुली जीपों में वीर सैनिक गुजरते हैं। भारत के राष्ट्रपति, जो भारतीय सशस्त्र बल, के मुख्य कमांडर हैं, विशाल परेड की सलामी लेते हैं। भारतीय सेना द्वारा इसके नवीनतम हथियारों और बलों का प्रदर्शन किया जाता है जैसे टैंक, मिसाइल, राडार आदि। इसके शीघ्र बाद राष्ट्रपति द्वारा सशस्त्र सेना के सैनिकों को बहादुरी के पुरस्कार और मेडल दिए जाते हैं जिन्होंने अपने क्षेत्र में अभूतपूर्व साहस दिखाया और ऐसे नागरिकों को भी सम्मानित किया जाता है जिन्होंने विभिन्न परिस्थितियों में वीरता के अलग-अलग कारनामे किए। गणतंत्र दिवस का आयोजन कुल मिलाकर तीन दिनों का होता है और 27 जनवरी को इंडिया गेट पर इस आयोजन के बाद प्रधानमंत्री की रैली में एन.सी.सी. केडेट्स द्वारा विभिन्न चौंका देने वाले प्रदर्शन और ड्रिल किए जाते हैं।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति होंगे गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि
दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे। गणतंत्र दिवस समारोह के मौके पर हर साल राजपथ पर दुनिया के किसी बड़े नेता को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से मुलाकात की और उन्हें वर्ष 2019 गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनने के लिए आमंत्रित किया था जिसे सिरिल रामफोसा ने स्वीकार कर लिया था।
