तमिलनाडु ने पहली बार जारी किया आर्थिक सर्वेक्षण
राज्य के पहले आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 के अनुसार तमिलनाडु , 2024-25 में 8 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर बनाए रखने के लिए तैयार है। रिपोर्ट में राज्य के आर्थिक लचीलेपन पर भी प्रकाश डाला गया है, जिसमें दिखाया गया है कि तमिलनाडु ने 2021-22 से लगातार 8 प्रतिशत या उससे अधिक की वृद्धि दर हासिल की है, जबकि वैश्विक और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं को उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा है।
सचिवालय परिसर में गुरुवार को मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और डिप्टी सीएम उदयनिधि स्टालिन की मौजूदगी में आर्थिक सर्वेक्षण जारी किया गया। सर्वेक्षण में कहा गया है कि 2023 में, वैश्विक अर्थव्यवस्था ने 3.33 प्रतिशत की वास्तविक वृद्धि दर दर्ज की, जबकि भारत की अर्थव्यवस्था 2022-23 में 7.61 प्रतिशत रही। उसके बाद यह विकास दर 2023-24 में 9.19 प्रतिशत और 2024-25 में अनुमानित 6.48 प्रतिशत रहेगी। इस पृष्ठभूमि में तमिलनाडु की उच्च वृद्धि दर को बनाए रखने का श्रेय इसके मजबूत नीतिगत ढांचे, बुनियादी ढांचे के विकास और आर्थिक विविधीकरण को जाता है।
तमिलनाडु की प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि
सर्वेक्षण में तमिलनाडु की प्रति व्यक्ति आय में मजबूत वृद्धि पर प्रकाश डाला गया है, जो लगातार राष्ट्रीय औसत से आगे निकल रही है। 2022-23 में, तमिलनाडु की प्रति व्यक्ति आय 2.78 लाख रुपए रही, जो राष्ट्रीय औसत 1.69 लाख रुपए से 1.64 गुना अधिक है। यह तमिलनाडु को प्रति व्यक्ति आय के मामले में चौथा सबसे बड़ा राज्य बनाता है।
आर्थिक सर्वेक्षण से जानकारी
वित्त विभाग और अन्य प्रमुख विभागों के सहयोग से राज्य योजना आयोग द्वारा तैयार किया गया आर्थिक सर्वेक्षण 13 मार्च, 2025 को मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को प्रस्तुत किया गया। रिपोर्ट में कृषि, उद्योग और सेवाओं सहित विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों का विस्तृत विश्लेषण दिया गया है। यह 2024-25 और 2025-26 के लिए मध्यम अवधि की विकास संभावनाओं को रेखांकित करते हुए मुद्रास्फीति के रुझान, रोजगार पैटर्न और प्रमुख सामाजिक विकास संकेतकों का विश्लेषण करता है।
