Indian Railway: भिलाई से दुर्ग के मध्य टाउनशिप की ओर से 11.6 किलोमीटर लंबी चौंथी रेल लाइन बिछाई जानी है। रेलवे से मंजूरी मिलने के बाद वन विभाग ने काम शुरू कर दिया है। करीब 1500 पेड़ों को चिंहित किए हैं, कुछ शिफ्ट करेंगे और शेष की कटाई शुरू कर दी गई है। चौथी रेललाइन बिछ जाने के बाद ट्रेनों की रफ्तार बढ़ जाएगी।
Indian Railway: दूर होगी यह समस्या
मालगाडिय़ों (गुड्स ट्रेन) की वजह से पैसेंजर ट्रेनों को रायपुर के बाद आउटर, कुम्हारी, भिलाई-3 के लूप लाइन में 15 मिनट से 30 मिनट तक रोक दिया जाता है। वहीं मुसाफिर घर के करीब आकर भी कम से कम एक घंटे देरी से अपने मंजिल तक पहुंच पाते हैं। चौथी लाइन बिछ जाने के बाद यह दिक्कत दूर हो जाएगी। भिलाई-दुर्ग हर दिन आने वाले हजारों मुसाफिरों को इसका लाभ मिलेगा। रायपुर और दुर्ग के मध्य रेल लाइन पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ा हुआ है। इसको देखते हुए चौथी रेल लाइन कारगर साबित होगी।
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मेट्रो का विकल्प
भारत सरकार की मंशा है कि यह योजना शहरों में मेट्रो के विकल्प के तौर पर हो। लोगों को किफायती, भरोसेमंद परिवहन की सुविधा मिले। इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत से शहरी परिवहन में क्रांति आएगी। यह पर्यावरणीय संरक्षण के साथ-साथ नागरिकों को बेहतर परिवहन सुविधाएं देने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
किफायती, भरोसेमंद परिवहन की सुविधा
दुर्ग और रायपुर के मध्य नए साल में ई-बस सेवा शुरू हो रही है। बस डिपो में इसे लेकर काम शुरू हो चुका है। इसका जिले के करीब 20 लाख लोगों को लाभ मिलेगा। ई-बस सेवा शुरू होने से सडक़ दुर्घटना में कमी आने की उम्मीद है। दुर्ग-भिलाई के लोग निजी बसों और उनके किरायों से परेशान हो गए हैं। अब वे आराम से सफर करना चाहते हैं। केंद्र और राज्य सरकार की मदद से ही यह संभव होगा। प्रदूषण का स्तर भी इससे कम होगा।
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