नागौर. पशुपालन विभाग ने पशुपालन के क्षेत्र में महिला पशुपालकों को प्रोत्साहित करने की कवायद शुरू कर दी है। पशुपालक सम्मान योजनान्र्तगत अब पंचायत, जिला एवं राज्य स्तर पर महिला पशु पालकों का बेहतर के रूप में चयन कर सम्मानित किया जाएगा। इसमें पंचायत समिति स्तर पर दस हजार, जिला स्तर पर 25 हजार एवं राज्य स्तर पर 50 हजार की राशि प्रोत्साहन स्वरूप समारोहपूर्वक दी जाएगी।
पशुपालन विभाग के अनुसार पशुपालन के क्षेत्र में महिलाओं को भी प्राथमिकता देने की नीयत से यह योजना बनी है। ताकि महिलाएं भी इस क्षेत्र में श्रेष्ठ पशुपालक के रूप में उभर सकें। इससे अन्य महिला पालकों को भी प्रेरणा मिलेगी। इसके साथ ही पशुओं की उन्नत नस्ल को भी प्रोत्साहन मिल सके। पशुपालन में महिलाओं की सहभागिता भी बराबरी से रहे।
तीनों श्रेणी में दो महिला पशु पालकों का होगा चयन
पशुपालन विभाग के अनुसार वर्ष 2024-25 के लिये पशुपालक सम्मान योजनान्तर्गत प्रत्येक पंचायत समिति स्तर से एक पशुपालक का चयन किया जाएगा। जिले की पंचायत समितियों के स्तर पर प्रथम स्थान पर चयनित पशुपालकों में से दो का चयन जिला स्तर पर होगा। जिला स्तर से चयनित पशुपालकों में से दो का चयन राज्य स्तर पर किया जाएगा। चयनित पशुपालक को पंचायत समिति स्तर पर रू. 10 हजार, जिला स्तर पर रू. 25 हजार एवं राज्य स्तर पर 50 हजार की राशि प्रोत्साहन स्वरुप राज्यस्तरीय पशुपालक सम्मान समारोह आयोजित कर प्रदान की जाएगी।
इनको मिलेगी प्राथमिकता
पशुपालन विभाग के अनुसार विभाग की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों की जानकारी रखती हो। इसके माध्यमसे लाभ प्राप्त किया हो। इसके अलावा विभाग की अेार से आयोजित किये जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों व प्रतियोगिताओं में जैसे दुग्ध प्रतियोगिता, कॉफ रैली, पशु मेलों में आयोजित नस्ल एवं उत्पादन से सम्बन्धित पशु प्रतियोगितायें आदि में पुरूस्कृत हो चुकी महिला पशुपालकों को अंक प्रणाली अनुरूप प्राथमिकता मिलेगी। इसके साथ ही पशुपालक, पशु प्रबन्धन, पशु आवास व्यवस्था, संतुलित आहार आदि के सम्बन्ध में उन्नत तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ वास्तविकता में इन तकनीकों को अपनाती हो।
एक ही स्तर पर मिलेगा पुरस्कार
पंचायत समिति स्तर पर प्रथम स्थान पर रही चयनित महिला पशुपालकों में से जिला स्तर पर दो महिला पशुपालको का चयन किया जाएगा। जिला स्तर पर चयनित महिला पशुपालकों में से राज्य स्तर पर दो महिला पशुपालकों का चयन होगाा। चयनित महिला पशुपालक को एक ही स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा। कहने का अर्थ यह हे कि राज्य स्तर पर चयनित महिला पशुपालक को जिला स्तर का पुरस्कार देय नहीं होगा। जिला स्तर पर चयनित महिला पशुपालक को पंचायत समिति स्तर का पुरस्कार देय नहीं होगा। यहां ध्यान रखा जाना आवश्यक है कि जिला स्तर चयनित होने वाली महिला पशुपालक अलग-अलग पंचायत समितियों से ही होंगी अर्थात एक ही पंचायत समिति से जिला स्तर पर दो महिला पशुपालकों का चयन नही किया जायेगा।
पंचायत समिति स्तर पर इनको मिलेगा सम्मान
पंचायत समिति स्तर पर प्रथम रही महिला पशुपालक का चयन जिला स्तर पर होने की स्थिति में उसी पंचायत समिति से द्वितीय स्थान पर रही महिला पशुपालक का चयन पंचायत समिति स्तर किया जाएगा। जिला स्तर पर चयनित महिला पशुपालकों में से राज्य स्तर पर चयन होने की स्थिति में उसी जिले में तृतीय स्थान पर रही महिला पशुपालक का चयन जिला स्तर पर किया जाएगा।
31 तक किया सकता है आवेदन
पशुपालन विभाग के अनुसार इच्छुक प्रगतिशील महिला पशुपालक समीपस्थ राजकीय पशु चिकित्सालय में कार्यालय समय में अपना आवेदन निर्धारित प्रपत्र में 31 जनवरी तक प्रस्तुत कर सकती है। नियत तिथि के पश्चात प्राप्त आवेदन पत्रों पर किसी प्रकार का विचार नही किया जायेगा। आवेदन पत्र एवं योजना की विस्तृत जानकारी के लिये सम्बन्धित जिला कार्यालय, संयुक्त निदेशक या उप निदेशक पशुपालन विभाग अथवा नजदीकी राजकीय पशु चिकित्सालय में सम्पर्क किया जा सकता है।
इनका कहना है…
पशुपालन विभाग ने पशुओं के उन्नत नस्ल संवर्धन के साथ ही महिला पशुपालकों को प्रोत्साहित करने के लिए पंचायत, जिला एवं राज्य स्तर पर सम्मानित करेगा। योजना के तहत 31 तक आवेदन किया जा सकता है।
डॉ. नरेन्द्र चौधरी, उपनिदेशक, बहुउद्देशीय चिकित्सा प्रभारी नागौर