Ahmedabad. हनीट्रैप में फंसाकर गुरुद्वारा सर्कल से कार में अपहरण कर गांधीनगर ले जाने के बाद एक करोड़ की मांग करने और 1.20 लाख रुपए लूटने के मामले में लिप्त दो आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है। इन्होंने खुद की पहचान गांधीनगर क्राइम ब्रांच कर्मचारी के रूप में दी थी। 10 मार्च को इसकी शिकायत वस्त्रापुर थाने में दर्ज हुई है। पकड़े गए आरोपियों में आसिफ उर्फ दाणियो देसाई (38) और अल्पेश उर्फ मुकेश डाभी (38) भी धंधुका निवासी है। दोनों के विरुद्ध एक दर्जन मामले दर्ज हैं। इनके पास से मोबाइल फोन सहित 1.40 लाख का मुद्दामाल जब्त किया है।
परिचित ने दी थी टिप
आरोपियों ने बताया कि सरखेज में रहने वाले अबू नाम के परिचित ने टिप दी थी कि सरखेज निवासी वसीम मोघल के पास काफी रुपए हैं। उसे हनीट्रैप में फंसाकर रुपए मांगे जाए तो एक करोड़ से ज्यादा मिल सकते हैं। ऐसे में दोनों ने महेसाणा नागलपुर निवासी समीर उर्फ डीजे की मदद से एक युवती को तैयार किया। समीर ने उसकी प्रेमिका किट्टू ठाकोर को तैयार किया। उसका नाम कायनात सैयद बताते हुए वसीम मोघल से संपर्क किया। कायनात ने नौकरी की जरूरत बताते हुए वसीम से संपर्क किया और मित्रता कर उसे हनीट्रैप में फंसा लिया।
रात हो गई है, घर छोड़ने के नाम पर बुलाया
किट्टू ठाकोर ने वसीम को 26 फरवरी के दिन कहा कि काफी रात हो गई है। उसे घर छोड़कर आए। ऐसा कहकर एसजी हाईवे पर गुरुद्वारा पर बुलाया। वहां वसीम की कार में ही उसका अपहरण कर लिया। किट्टू के अन्य साथी अन्य कार से उसके पीछे आए। वॉमिट के नाम पर गांधीनगर घ-6 सर्कल के पास कार खड़ी रखवाई। इस दौरान अन्य आरोपी गांधीनगर क्राइम ब्रांच कर्मचारी बनकर मौके पर पहुंचे। युवती के अपहरण के मामले में फंसाने की धमकी देकर वसीम के पास से एक करोड़ रुपए की मांग की। उस समय उसके पास मौजूद 12 हजार नकद, 600 दिहरम, घडी, मोबाइल सहित 1.20 लाख रुपए लूट लिए।
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