रोहट क्षेत्र के द्वारकाधीश नगरी झीतडा में शुक्रवार को भगवान द्वारकाधीश द्वारका छोड़कर झीतड़ा पधारे। उनके स्वागत में हजारों श्रद्धालु उमड़े तथा भगवान के दर्शन कर खुशहाली की कामना की। शुक्रवार सुबह भगवान जानकीराय मंदिर से गाजे बाजे के साथ द्वारिकाधीश की रेवाड़ी रवाना हुई। जो झीतडा गांव के तालाब पर पहुंची।
रेवाड़ी में ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा से स्वागत कर दर्शन किए। उसके बाद झीतड़ा गांव में तालाब का पानी सवा हाथ बढ़ गया। जिससे पता चला कि भगवान द्वारकाधीश पधार गए हैं। उसके बाद गाजे बाजे व जयकारों के साथ भगवान का स्वागत कर ग्रामीणों ने तालाब में स्नान कर आचमन लिया। दिन भर मेला भरा। सुबह से शाम तक ग्रामीण तालाब किनारे भगवान द्वारकाधीश की रेवाड़ी के दर्शन करने पहुंचते रहे।
शाम को रेवाड़ी वापस तालाब से रवाना होकर भगवान जानकीराय मंदिर पहुंची। जहां महा आरती कर प्रसाद का भोग लगाया। झीतडा में भगवान द्वारकाधीश के दर्शन करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचे और भगवान द्वारकाधीश के दर्शन कर सुख शांति की कामना की। इसके साथ झीतडा में मेला भरा। जिसमें झूले हाट बाजार लगाए गए। ग्रामीण, बच्चों व महिलाओं ने झूले का लुत्फ उठाया और मेले के हाट बाजार से जमकर खरीदारी की।
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