बाबा रामदेव के नेतृत्व वाली पतंजलि फूड्स इस समय परेशानी में फंस गई है। पतंजलि फूड्स द्वारा निर्मित उत्पाद सुरक्षा मानदंडों पर खरे नहीं उतरे है। इसे देखते हुए अब भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने पतंजलि फूड्स को एफएसएसएआई (प्रदूषक, विषाक्त पदार्थ और अवशेष) विनियम 2011 का अनुपालन न करने को लेकर लाल मिर्च पाउडर का पूरा बैच वापस लेने के निर्देश दिए है।
कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, “एफएसएसएआई ने पतंजलि फूड्स लिमिटेड को खाद्य सुरक्षा और मानक (संदूषक, विषाक्त पदार्थ और अवशेष) विनियम, 2011 के गैर-अनुपालन के कारण, बैच संख्या – एजेडी2400012 के पूरे बैच (यानी “लाल मिर्च पाउडर (पैक)” को वापस बुलाने का निर्देश दिया है।” 1986 में स्थापित, बाबा रामदेव के नेतृत्व वाली पतंजलि आयुर्वेद समूह की कंपनी, पतंजलि फूड्स (पूर्व में रुचि सोया) भारत की शीर्ष एफएमसीजी कंपनियों में से एक है।
पतंजलि फूड्स तिलहनों के प्रसंस्करण, खाद्य उपयोग के लिए कच्चे तेल के शोधन, तेल खली के उत्पादन, सोया से खाद्य उत्पादों और डाउनस्ट्रीम और अपस्ट्रीम प्रसंस्करण से मूल्य वर्धित उत्पादों के उत्पादन में लगी हुई है। यह फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स, फास्ट-मूविंग हेल्थ गुड्स के कारोबार में भी लगा हुआ है, जिसमें मुख्य रूप से खाद्य, बिस्कुट और न्यूट्रास्युटिकल उत्पाद शामिल हैं और पवन ऊर्जा से बिजली उत्पादन और विभिन्न उत्पादों के व्यापार में लगा हुआ है।
पतंजलि फूड्स ने सितंबर तिमाही में स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ में 21 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो 308.97 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले इसी अवधि में इसका शुद्ध लाभ 254.53 करोड़ रुपये था। इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान कुल आय बढ़कर 8,198.52 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष इसी अवधि में 7,845.79 करोड़ रुपये थी।
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