अमेरिका ने बांग्लादेश की सभी मदद रोकी:सब्सिडी और समझौते तुरंत बंद करने का आदेश; ट्रम्प ने दिया था एग्जीक्यूटिव ऑर्डर

अमेरिका ने बांग्लादेश की सभी मदद रोकी:सब्सिडी और समझौते तुरंत बंद करने का आदेश; ट्रम्प ने दिया था एग्जीक्यूटिव ऑर्डर

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सरकार ने रविवार यानी आज बांग्लादेश को दी जाने वाले सभी तरह की मदद बंद करने का फैसला किया है। यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) ने बांग्लादेश में अपनी सभी परियोजनाओं को बंद करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसे लेकर USAID की तरफ से एक लेटर भी जारी किया गया है। इस लेटर में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के हालिया एग्जीक्यूटिव ऑर्डर का हवाला देते हुए कहा गया- सभी USAID भागीदारों को आदेश दे रहे हैं कि वे USAID और बांग्लादेश कॉन्ट्रैक्ट के तहत किए जाने वाली सब्सिडी, सहकारी समझौते या अन्य सहायता के काम को तुंरत बंद या सस्पेंड कर दें। इससे पहले ट्रम्प प्रशासन ने शुक्रवार से इजराइल, मिस्र और फूड प्रोग्राम को छोड़कर विदेशी देशों को मिलने वाली सभी मदद पर रोक लगा दी है। न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक अमेरिकी विदेश मंत्रालय के इस आदेश में गरीब देशों को मिलने वाले स्वास्थ मदद पर भी रोक लगा दी गई है। USAID कैसे काम करती है? अमेरिकी की यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट एजेंसी पूरी दुनिया में डेवलपमेंट कार्यों के लिए मदद देती है। इस मकसद लोकतंत्र को बढ़ावा देना और गरीबी कम करना है। आर्थिक संकट से जूझ रहा है बांग्लादेश अमेरिकी मदद बंद होने से बांग्लादेश की मुसीबत और ज्यादा बढ़ सकती हैं। फाइनेंशियल एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक्सपर्ट्स को डर है कि बांग्लादेश का आर्थिक मॉडल बुरी तरह फेल हो गया है। वर्ल्ड बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बांग्लादेश के लिए GDP ग्रोथ के पूर्वानुमान को 0.1% घटाकर 5.7% कर दिया है। महंगाई दर 10% के करीब पहुंच गई है। लगातार बढ़ता बजट घाटा, घटता विदेशी मुद्रा भंडार, करेंसी की वैल्यू में गिरावट और बढ़ती आय असमानता जैसे संकट पहले से बांग्लादेश के लिए मुश्किल पैदा कर रहे हैं। बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था तेजी से नीचे गिर रही है। 5 अगस्त को शेख हसीना का तख्तापलट होने के बाद से 10 लाख से ज्यादा लोग बेरोजगार हो चुके हैं। आर्थिक संकट की वजह से उद्योग धंधे ठप बंद हो रहे हैं। बांग्लादेश की आबादी के एक बड़े हिस्से को भयंकर अकाल का सामना करना पड़ सकता है। डेमोक्रेट समर्थक मानी जाती है बांग्लादेश की अंतरिम सरकार बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस को अमेरिका की विपक्षी डेमोक्रेट पार्टी का समर्थक माना जाता है। 4 महीने पहले उन्होंने शेख हसीना का तख्तापलट करने के बाद मोहम्मद यूनुस ने UNGA की मीटिंग में हिस्सा लिया था। इस समय तत्कालीन राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उन्हें गले लगा लिया था। ट्रम्प ने की थी यूनुस सरकार की आलोचना इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने इलेक्शन कैंपेन के दौरान बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को आड़े हाथ लेते हुए उस पर हिंदुओं पर हमला करने का आरोप लगाया था। तब ट्रम्प ने कहा था- बांग्लादेश में भीड़ हिंदुओं पर हमला कर रही है, लूटपाट कर रही है। वहां अराजकता की स्थिति है। मेरे कार्यकाल में ऐसा कभी भी नहीं होता। कमला और बाइडेन ने अमेरिका समेत पूरी दुनिया में हिंदुओं की अनदेखी की है। बांग्लादेश और पाकिस्तान में डाइरेक्ट फ्लाइट शुरू करने का घोषणा दूसरी तरफ पाकिस्तान और बांग्लादेश ने आपसी रिश्तों को मजबूत करने के लिए दोनों में बीच सीधी हवाई सेवा शुरू की योजना का ऐलान किया है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक बांग्लादेश हाई कमिश्नर मोहम्मद इकबाल हुसैन ने शनिवार को पाकिस्तान के पेशावर मीडिया को इस बारे में बताया। दोनों देशों के बीच 2018 से कोई डाइरेक्ट फ्लाइट नहीं है। बांग्लादेश हाई कमिश्नर ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि तरह के फैसलों से टूरिज्म, शिक्षा और व्यापार समेत अलग अलग सेक्टर में सहयोग बढ़ेगा। हालांकि, डाइरेक्ट फ्लाइट के लिए अभी कोई समय सीमा घोषित नहीं की गई। इकबाल हुसैन ने बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच बढ़ते व्यापार और डिप्लोमैटिक रिश्तों का भी जिक्र किया और कहा कि ये संबंध और मजबूत होते रहेंगे। ————————————- यह खबर भी पढ़ें… ट्रम्प ने दुनियाभर में विदेशी मदद पर रोक लगाई:इजराइल और मिस्र को दी छूट, यूक्रेन पर सबसे ज्यादा पड़ सकता है असर अमेरिका में ट्रम्प प्रशासन ने शुक्रवार से इजराइल, मिस्र और फूड प्रोग्राम को छोड़कर विदेशी देशों को मिलने वाली सभी मदद पर रोक लगा दी है। न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक अमेरिकी विदेश मंत्रालय के इस आदेश में गरीब देशों को मिलने वाले स्वास्थ्य मदद पर भी रोक लगा दी गई है। यहां पढ़ें पूरी खबर…

No tags for this post.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *