भारतीय शेयर बाजार में बेंचमार्क बीएसई सेंसेक्स 824 अंक नीचे गिर गया है। सेंसेक्स 824 अंक नीचे गिरकर सात महीने के निचले स्तर पर पहुंच चुका है। सेंसेक्स का ये हाल तब हुआ है जब कमजोर वैश्विक रुझानों और अमेरिकी व्यापार नीति को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई है।
नए कारोबारी सप्ताह के पहले दिन यानी सोमवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 824.29 अंक या 1.08 प्रतिशत गिरकर 75,366.17 अंक पर बंद हुआ। इसमें से 23 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए जबकि सात शेयरों में बढ़त दर्ज की गई। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 922.87 अंक या 1.2 प्रतिशत गिरकर 75,267.59 अंक पर बंद हुआ।
वहीं 50 शेयरों वाला व्यापक निफ्टी 263.05 अंक या 1.14 प्रतिशत गिरकर 22,829.15 पर बंद हुआ, जो 6 जून 2024 के बाद पहली बार 23,000 के स्तर से नीचे आया। इंट्राडे सत्र में एनएसई निफ्टी 305.3 अंक या 1.32 प्रतिशत गिरकर 22,786.90 पर आ गया।
आईटी, दूरसंचार, उपयोगिता, बिजली, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं, तेल एवं गैस तथा स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट रही, क्योंकि अमेरिकी व्यापार नीति पर अनिश्चितता के कारण निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कोलंबिया पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, क्योंकि कोलंबिया ने निर्वासित प्रवासियों को ले जाने वाले विमानों को रोक दिया था। अमेरिका ने इस निर्णय को तब वापस ले लिया, जब अमेरिका के एक करीबी सहयोगी कोलंबिया ने निर्वासित प्रवासियों को वापस लेने पर सहमति जताई।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “दुनिया भर में कमजोर धारणा और कमजोर आय के बीच विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक बिकवाली से भारतीय बाजार में गिरावट आई।” नायर ने कहा, “कमजोर भावनाएं और भी बढ़ गईं, क्योंकि अमेरिका में व्यापार टकराव जारी रहा, जैसा कि इस बार कोलंबिया के साथ हुआ। FOMC बैठक, समाप्ति सप्ताह और केंद्रीय बजट जैसी आगामी घटनाओं के जोखिम के कारण इस सप्ताह भी अस्थिरता बनी रहेगी।”
सेंसेक्स के शेयरों में एचसीएल टेक में सबसे अधिक 4.49 प्रतिशत की गिरावट आई, जिसके बाद जोमैटो, टेक महिंद्रा, पावरग्रिड और टाटा मोटर्स का स्थान रहा। इंफोसिस, टाटा स्टील, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और भारती एयरटेल के शेयरों में भी गिरावट आई, जिससे सूचकांक सात महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, आईसीआईसीआई बैंक ने इस रुझान को पलट दिया और तीसरी तिमाही के बेहतर नतीजों के बाद 1.39 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की। हिंदुस्तान यूनिलीवर, एमएंडएम, एसबीआई और एलएंडटी अन्य लाभ में रहे।
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