अजाक्स इंजीनियरिंग का शेयर 8.43% नीचे ₹576 पर लिस्ट:इश्यू प्राइस ₹629 था, 1992 में स्थापित हुई थी कंपनी

अजाक्स इंजीनियरिंग का शेयर 8.43% नीचे ₹576 पर लिस्ट:इश्यू प्राइस ₹629 था, 1992 में स्थापित हुई थी कंपनी

अजाक्स इंजीनियरिंग लिमिटेड का शेयर आज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर इश्यू प्राइस से 8.43% नीचे ₹576 पर लिस्ट हुआ। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर शेयर इश्यू प्राइस से 5.72% ऊपर ₹593 पर लिस्ट हुआ। अजाक्स इंजीनियरिंग के IPO का इश्यू प्राइस ₹629 था। यह IPO 10 फरवरी से 12 फरवरी तक बोली लगाने के लिए ओपन था, जो टोटल 6.06 गुना सब्सक्राइब हुआ था। रिटेल कैटेगरी में IPO 1.94 गुना, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) कैटेगरी में 13.04 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) कैटगरी में 6.46 गुना सब्सक्राइब हुआ था। ₹1,269.35 करोड़ का था अजाक्स इंजीनियरिंग का IPO अजाक्स इंजीनियरिंग का ये इश्यू टोटल ₹1,269.35 करोड़ का था। इसके लिए कंपनी के निवेशकों ने पूरे ₹1,269.35 करोड़ के 2,01,80,446 शेयर ऑफर फॉर सेल यानी OFS के जरिए बेचे। अजाक्स इंजीनियरिंग ने IPO के लिए एक भी फ्रेश शेयर इश्यू नहीं किए। मैक्सिमम 299 शेयर के लिए बिडिंग कर सकते थे रिटेल निवेशक अजाक्स इंजीनियरिंग ने IPO का प्राइस बैंड ₹599-₹629 तय किया था। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 23 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते थे। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹629 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते, तो इसके लिए ₹14,467 इन्वेस्ट करने होते। वहीं, मैक्सिमम 13 लॉट यानी 299 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते थे। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹1,88,071 इन्वेस्ट करने होते। इश्यू का 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व था कंपनी ने IPO का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा था। इसके अलावा 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी का 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व था। अजाक्स इंजीनियरिंग लिमिटेड की स्थापना 1992 में हुई थी अजाक्स इंजीनियरिंग लिमिटेड की स्थापना 1992 में हुई थी, जो कॉन्क्रीट इक्विपमेंट बनाने और उससे जुड़ी सर्विस देने का काम करती है। अजाक्स इंजीनियरिंग लिमिटेड के पास कॉन्क्रीट प्रोडक्श में कई तरह के इक्विपमेंट हैं, जिनमें सेल्फ-लोडिंग कॉन्क्रीट मिक्सर, बैचिंग प्लांट, ट्रांजिट मिक्सर, बूम पंप, कॉन्क्रीट पंप, स्लिप-फॉर्म पेवर्स, और 3D कॉन्क्रीट प्रिंटर शामिल हैं। कंपनी के पास भारत के 23 राज्यों में 51 डीलरशिप हैं, जो 114 स्थानों पर सर्विस प्रोवाइड करती हैं। IPO क्या होता है? जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।

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