पोकरण क्षेत्र के रामदेवरा गांव में फूटी पाइप लाइन के कारण 3 कस्बों के साथ सैकड़ों गांवों के 5 लाख लोगों को दो दिन देरी से पानी मिल सकेगा। गौरतलब है कि पोकरण कस्बे के साथ ही बालोतरा, सिवाणा कस्बों और इन क्षेत्रों के गांवों व ढाणियों में पोकरण-फलसूंड-बालोतरा-सिवाणा पेयजल लिफ्ट परियोजना के तहत जलापूर्ति की जाती है। जिसके अंतर्गत नाचना हेड से पानी अजासर होते हुए बीलिया हेडवक्र्स पहुंचता है। यहां पानी को शुद्ध कर पोकरण, बालोतरा, सिवाणा कस्बों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जलापूर्ति की जाती है। इस परियोजना के तहत 3 बड़े कस्बों और करीब 500 गांवों की 5 लाख से अधिक की आबादी लाभान्वित होती है। क्षेत्र के रामदेवरा गांव में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11 के किनारे लगी परियोजना की बड़ी पाइपलाइन में गत कई महिनों से लीकेज हो रखा था। सोमवार को लीकेज फट गया और तेज बहाव के साथ पानी बहने के कारण पास ही बस्ती में घरों में घुस गया। ऐसे में आमजन को परेशानी हुई।
पाइपलाइन की मरम्मत का कार्य शुरू, दो दिन देरी से होगी आपूर्ति
परियोजना की ओर से सोमवार शाम पाइपलाइन की मरम्मत का कार्य शुरू किया गया है। जिसके चलते 2 दिन देरी से जलापूर्ति हो सकेगी। परियोजना नाचना खंड के अधिशासी अभियंता तुषार शर्मा ने बताया कि मुख्य पाइपलाइन रामदेवरा के पास लीकेज होने के कारण शटडाउन लेकर पाइपलाइन को खाली करने का कार्य किया गया। इसके साथ ही उसकी मरम्मत का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस मरम्मत कार्य के चलते परियोजना से जुड़े क्षेत्र में 2 दिन देरी से जलापूर्ति हो सकेगी।
भंडारण की व्यवस्था नहीं
परियोजना के तहत बीलिया हेडवक्र्स पर पानी को शुद्ध व स्वच्छ कर आगे जलापूर्ति किया जाता है, लेकिन भंडारण की कहीं कोई व्यवस्था नहीं है। हालांकि बीलिया हेडवक्र्स के पास ही झील का निर्माण कर उसकी टेस्टिंग भी कर दी गई है, लेकिन इसे अभी तक शुरू नहीं किया गया है। ऐसे में आए दिन पाइपलाइनों के लीकेज होने पर उसकी मरम्मत के दौरान दो से चार दिनों तक जलापूर्ति बाधित रहती है। इस दौरान 5 लाख लोग प्रभावित होते है।
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