सीवान के मैरवा थाना क्षेत्र के तितरा बाजार एक युवक की हत्या कर उसके शव को गांव के ही सरकारी स्कूल के पीछे फेंक दिया गया। शव मिलने की सूचना के बाद परिजन उसे लेकर सीवान के सदर अस्पताल पहुंचे, जहां पुलिस को देख मृतक के परिजन भड़क गए और एक पुलिस कर्मी की जमकर पिटाई कर दी। मृतक की पहचान तितरा गांव निवासी भगवान यादव के बेटे विशाल कुमार यादव के रूप में हुई है। बताया गया कि विशाल का अपहरण के बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना रविवार शाम की बताई जा रही है। इस दौरान अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। अपहरण के बाद की हत्या मृतक के परिजनों ने बताया कि विशाल शाम 7 बजे ठेपहा बाजार जाने के लिए घर से निकले थे। इसी दौरान अपराधियों ने उनका अपहरण कर लिया। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। लेकिन पुलिस के नहीं पहुंचने का फायदा उठाते हुए अपराधियों ने विशाल की हत्या कर दी। रात करीब 9 बजे स्कूल के पीछे विशाल का शव मिला। परिजनों की पहचान के बाद शव को सदर अस्पताल ले जाया गया। पुलिस की देरी से आक्रोशित लोगों ने रात 11:30 बजे अस्पताल में मौजूद मैरवा थाने की पुलिस टीम यहां पहुंची। पुलिस कार्रवाई करती तो बच सकती थी जान मृतक के पिता भगवान यादव ने बताया कि समय पर पुलिस कार्रवाई होती तो उनके बेटे की जान बच सकती थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सूचना मिलने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। सीवान के मैरवा थाना क्षेत्र के तितरा बाजार एक युवक की हत्या कर उसके शव को गांव के ही सरकारी स्कूल के पीछे फेंक दिया गया। शव मिलने की सूचना के बाद परिजन उसे लेकर सीवान के सदर अस्पताल पहुंचे, जहां पुलिस को देख मृतक के परिजन भड़क गए और एक पुलिस कर्मी की जमकर पिटाई कर दी। मृतक की पहचान तितरा गांव निवासी भगवान यादव के बेटे विशाल कुमार यादव के रूप में हुई है। बताया गया कि विशाल का अपहरण के बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना रविवार शाम की बताई जा रही है। इस दौरान अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। अपहरण के बाद की हत्या मृतक के परिजनों ने बताया कि विशाल शाम 7 बजे ठेपहा बाजार जाने के लिए घर से निकले थे। इसी दौरान अपराधियों ने उनका अपहरण कर लिया। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। लेकिन पुलिस के नहीं पहुंचने का फायदा उठाते हुए अपराधियों ने विशाल की हत्या कर दी। रात करीब 9 बजे स्कूल के पीछे विशाल का शव मिला। परिजनों की पहचान के बाद शव को सदर अस्पताल ले जाया गया। पुलिस की देरी से आक्रोशित लोगों ने रात 11:30 बजे अस्पताल में मौजूद मैरवा थाने की पुलिस टीम यहां पहुंची। पुलिस कार्रवाई करती तो बच सकती थी जान मृतक के पिता भगवान यादव ने बताया कि समय पर पुलिस कार्रवाई होती तो उनके बेटे की जान बच सकती थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सूचना मिलने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
No tags for this post.