होली और रमजान कस दूसरा जुमा एक साथ होने से पुलिस के लिए चुनौती बन गई थी। लेकिन गोरखपुर में दोनों पक्षों ने इस मामले में समझदारी का परिचय दिया। यहां भाईचारे की मिसाल पेश की गई। खजनी में समय से होली खत्म हो चुकी थी। जुमे की नमाज के लिए लोग एकत्र होने लगे। नमाज पढ़ने के बाद जैसे ही नमाजी बाहर आए, हिन्दुओं ने उनपर फूलों की वर्षा शुरू कर दी। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के गले मिलकर होली व रमजान की बधाई दी।
जिले में मुस्लिम समाज के धर्मगुरुओं ने पहले से यह तय कर लिया था कि जुमे की नमाज दोपहर 2 बजे के बाद होगी। यह निर्णय होली का पर्व होने के चलते किया गया था। हिन्दू पक्ष के नेताओं ने भी लगातार इस बात की अपील की थी कि जो रंगों से परहेज कर रहे हैं, उनपर रंग न डाला जाए। लोगों ने इन सुझावों का पालन भी किया।
1:30 बजे तक चली होली
अधिकतर क्षेत्रों में दोपहर 1:30 बजे तक होली खेलने का काम संपन्न हो गया। उसके बाद मुस्लिम समाज के लोग मस्जिद पहुंचे और जुमे की नमाज में शामिल हुए। पूरे जिले में 2:30 बजे से जुमे की नमाज शुरू हुई।
पहले से कर रखी थी फूलों की व्यवस्था
खजनी में विमलेश कुमार त्रिपाठी व रुद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में मस्जिद के बाहर फूलों की व्यवस्था की गई थी। जिसके बाद जैसे की नमाजी नमाज पढ़कर बाहर आए, उनपर फूलों की पंखुड़ियों की वर्षा की गई। उसके बाद हिन्दू एवं मुस्लिम पक्ष के लोगों ने गले मिलकर एक-दूसरे को होली व रमजान की बधाई दी। सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों ने भी इस पहल को काफी सराहा। शुक्रवार को रमजान का दूसरा जुमा था। मस्जिद के प्रबंधक शहाबुद्दीन हाजी ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि हिन्दू एवं मुस्लिम पक्ष के लोगों ने एक-दूसरे से गले मिलकर होली व रमजान की बधाई दी।
सुरक्षा के रहे कड़े इंतजाम
होली व रमजान को देखते हुए पूरे जिले में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे। जगह-जगह पुलिस तैनात रही। कुछ दिन पहले से ही गश्त जारी थी। शुक्रवार को भी पुलिस के जवान मस्जिद वाले इलाके में भ्रमण करते रहे। बेलघाट व कुई बाजार क्षेत्र में बेलघाट के थानाध्यक्ष विकासनाथ अपने हमराहियों हेड कांस्टेबल मनोज चौधरी, अमित कुमार, कांस्टेबल अजय पटेल व महिला कांस्टेबल प्रीति दुबे के साथ क्षेत्र का भ्रमण किया। मुस्लिम समाज के लोगों से मिलकर उनका हालचाल जाना।
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