गुजरात में अपराधों पर काबू पाने के लिए गुजरात के पुलिस महानिदेशक विकास सहाय ने शस्त्र (शरीर संबंधी त्रास रोकवा अभियान) टीम का गठन किया है। अपराधों को रोकने की दिशा में काम करते हुए विशेष अध्ययन किया गया। अपराध प्रवृत्तियों और हॉट स्पॉट का विश्लेषण करने के बाद राज्य के चार कमिश्नरेट – अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट के 33 प्रभावित पुलिस स्टेशनों की पहचान की गई है। इन थानों में शस्त्र के तहत ईवनिंग पुलिसिंग पर जोर दिया गया है।अध्ययन में यह पता चला है कि राज्य में शरीर संबंधी जो अपराध होते हैं उनमें से 45 प्रतिशत शाम 6 से रात 12 बजे तक होते हैं। इस तरह के अपराधों पर काबू पाने के लिए गुजरात के डीजीपी ने शस्त्र टीम का गठन किया है। यह टीम प्रभावित थाना क्षेत्रों में गश्त, वाहन जांच व संदिग्ध व्यक्तियों के यहां छापा मारने की कार्रवाई भी करेगी। पुलिस ने राज्य में होने वाले शारीरिक संबंधी अपराधों के संबंध में ई-गुजकॉप में उपलब्ध आंकड़ों का विस्तृत अध्ययन किया।
चार महानगरों में राज्य के 25 फीसदी अपराध
पिछले एक साल में गुजरात में हुए अपराधों के विस्तृत विश्लेषण में गुजरात पुलिस ने पाया है कि राज्य में हुए कुल अपराधों में से लगभग 25 प्रतिशत चार महानगरों में हुए हैं। इनमें से 45 प्रतिशत अपराध शाम 6 बजे से रात 12 बजे के बीच हुए। अहमदाबाद शहर के 50 में से 12 पुलिस थाना क्षेत्रों में ही 50 प्रतिशत से अधिक शारीरिक अपराध घटित हुए हैं। सूरत शहर के कुल 33 में से 9, वडोदरा के कुल 27 में से 7 और राजकोट शहर के कुल 15 में से पांच में 50 प्रतिशत से अधिक अपराध हुए। इन प्रभावित 33 थाना क्षेत्रों में शस्त्र योजना को लागू किया गया है। इसके तहत इन थाना क्षेत्रों में शाम छह से रात 12 बजे तक विशेष पुलिस बल तैनात किया जाएगा। जिन थाना क्षेत्रों मे अपराधों की दर अधिक है उनमें शस्त्र की टीम सौंपी जाएगी। इन टीमों की उपस्थिति रात आठ बजे की जगह छह बजे दर्ज होगी। इससे नागरिकों की सुरक्षा अधिक मजबूत होगी।
शस्त्र टीम कार्य
शाम छह बजे से रात 12 बजे तक संवेदनशील इलाकों में विशेष पुलिस टीम तैनात रहेगी। यह टीम संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखेगी। पैदल गश्त बढ़ाई जाएगी। प्रभावित इलाकों में वाहन जांच और नाकाबंदी भी की जाएगी। संदिग्ध व्यक्तियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।इन 33 थाना क्षेत्रों में ज्यादा अपराधअहमदाबाद के 12 थाना क्षेत्र- गोमतीपुर, कागड़ापीठ, बापूनगर, रामोल, दाणीलीमडा, वेजलपुर, अमराईवाड़ी, शाहीबाग, नरोडा, सोला हाईकोर्ट और इसनपुर में यह लागू होगा। यहां शहर के 50 फीसदी शारीरिक संबंधी अपराध दर्ज होते हैं। सूरत के 9 थाना क्षेत्र- डिंडोली, अमरोली, पांडेसरा, लिंबायत, सर्थाना, कपोद्रा, भेसान, उत्रान, पुना, वडोदरा शहर के मांजलपुर, गोरवा, फतेगंज, मकरपुरा, पानीगेट, कपूराई, हरणी तथा राजकोट शहर के बी डिवीजन,, गांधीधाम2, आजीडेम, थोराला तथा भक्तिनगर पुलिस थाना शामिल हैं।
No tags for this post.