Brain Eating Amoeba : दुनिया का सबसे घातक संक्रमण , क्या भारत हो सकता है अगला शिकार? अभी जानें बचाव के तरीके

Brain Eating Amoeba : दुनिया का सबसे घातक संक्रमण , क्या भारत हो सकता है अगला शिकार? अभी जानें बचाव के तरीके

Brain Eating Amoeba : प्राथमिक अमीबिक मेनिंजियोएन्सेफलाइटिस (PAM) एक दुर्लभ लेकिन अत्यधिक घातक बीमारी है, जिसकी मृत्यु दर 72.7% है। यह बीमारी नेग्लेरिया फाउलरी नामक अमीबा के कारण होती है, जिसे आमतौर पर “मस्तिष्क खाने वाला अमीबा” कहा जाता है। यह गर्म ताजे पानी के स्रोतों जैसे झीलों, नदियों और ठीक से क्लोरीनयुक्त न किए गए स्विमिंग पूल में पाया जाता है।

Brain Eating Amoeba : कौन से क्षेत्र हैं सबसे अधिक प्रभावित?

अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठनों के अनुसार, PAM के अधिकतर मामले गर्म जलवायु वाले क्षेत्रों में पाए गए हैं।

  • अमेरिका: फ्लोरिडा, टेक्सास, और एरिज़ोना जैसे दक्षिणी राज्यों में मामले सबसे अधिक हैं।
  • अन्य देश: ऑस्ट्रेलिया, थाईलैंड, पाकिस्तान और अफ्रीकी देशों में भी यह बीमारी दर्ज की गई है।
    गर्मी और शुरुआती शरद ऋतु में यह बीमारी अधिक देखी जाती है, जब पानी का तापमान बढ़ जाता है।

Brain Eating Amoeba : भारत के लिए खतरा कितना गंभीर?

भारत में उष्णकटिबंधीय जलवायु और प्रचुर ताजे पानी के स्रोत होने के कारण, PAM का खतरा बढ़ता जा रहा है।

  • प्रमुख राज्य: महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल, और कर्नाटक में मामले सामने आए हैं।
  • विशेषज्ञ की राय: डॉ. अनिरुद्ध मोरे कहते हैं, “भारत के दक्षिण और पश्चिमी राज्यों में बढ़ते तापमान ने नेग्लेरिया फाउलरी के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाई हैं।”
  • खराब रूप से रखरखाव किए गए जल स्रोत और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में खतरा अधिक है।

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Brain Eating Amoeba : लक्षण: शुरुआती संकेतों से गंभीर प्रभाव तक

PAM के शुरुआती लक्षण सामान्य होते हैं, जिससे इसका समय पर पता लगाना मुश्किल हो जाता है:

  1. प्रारंभिक लक्षण: सिरदर्द, बुखार, उल्टी, और मिचली।
  2. गंभीर लक्षण: गर्दन का अकड़ना, भ्रम, मिर्गी के दौरे, और मानसिक स्थिति में बदलाव।
  3. अंतिम लक्षण: प्रकाश संवेदनशीलता और संतुलन की समस्या।

Brain Eating Amoeba : अमीबा मस्तिष्क को कैसे नुकसान पहुंचाता है?

जब नेग्लेरिया फाउलरी नाक से प्रवेश करता है, तो यह घ्राण तंत्रिका के माध्यम से मस्तिष्क तक पहुंचता है। यह मस्तिष्क के ऊतकों को नष्ट करता है और गंभीर सूजन उत्पन्न करता है।

  • विशेषज्ञ की टिप्पणी: “मस्तिष्क में सूजन और बढ़ा हुआ दबाव PAM को लगभग हमेशा जानलेवा बनाता है,” डॉ. मोरे कहते हैं।

Brain Eating Amoeba : कौन हैं सबसे अधिक जोखिम में?

Brain Eating Amoeba
Brain Eating Amoeba

PAM का सबसे अधिक खतरा उन लोगों को होता है जो गर्म ताजे पानी में गतिविधियां करते हैं।

  • उम्र: बच्चे और किशोर अधिक जोखिम में हैं।
  • अन्य जोखिम: कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली और नाक से संबंधित समस्याएं।

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Brain Eating Amoeba : निदान और उपचार में चुनौतियां

PAM का जल्दी निदान करना कठिन है क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण अन्य बीमारियों जैसे वायरल मेनिंजाइटिस से मिलते-जुलते हैं।

  • पुष्टि: केवल मस्तिष्कमेरु द्रव (CSF) विश्लेषण से।
  • उपचार: अम्फोटेरिसिन बी, मिल्टेफोसिन, और रिफैम्पिन का उपयोग किया जाता है। लेकिन जल्दी इलाज न होने पर मृत्यु की संभावना अधिक रहती है।

Brain Eating Amoeba : बचाव के उपाय

PAM से बचाव के लिए जागरूकता और रोकथाम बेहद जरूरी है।

  1. नाक में पानी जाने से बचें: गर्म पानी में गतिविधियों के दौरान नोज क्लिप का इस्तेमाल करें।
  2. स्विमिंग पूल की देखभाल: सुनिश्चित करें कि स्विमिंग पूल और हॉट टब सही तरीके से क्लोरीनयुक्त हों।
  3. जनजागरूकता: उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में PAM के बारे में जानकारी फैलाना।

मस्तिष्क खाने वाला अमीबा नेग्लेरिया फाउलरी दुर्लभ है लेकिन अत्यधिक घातक है। समय पर बचाव के उपाय और जागरूकता बढ़ाकर इस खतरे को टाला जा सकता है।

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