MP Congress: मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र का चौथा दिन भी हंगामेदार रहा। बजट सत्र 2025-26 की शुरुआत से ही मध्य प्रदेश की मोहन सरकार को लगातार घेर रहे नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने विधायक दल के साथ सोने की प्रतिकात्मक ईंटे लेकर सदन पहुंचे। यहां गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया। नेता प्रतिपक्ष और विधायक दल ने पूर्व परिवहन विभाग के आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा से जुड़े करोड़ों के भ्रष्टाचार मामले पर जांच की मांग को लेकर एमपी की मोहन सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विधायकों ने काले रंग का एप्रिन पहना और हाथों में तख्तियां लेकर विरोध जताया।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार (Umang Singhar) के साथ ही विधायक दल ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के मामलों पर चुप्पी साधे हुए है और RTO घोटाले मामले पर चर्चा से भी बच रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार इस मामले को दबा रही है, इस मामले की जांच हो।
सोने की ईंटे किसकी हैं? जांच कराओ-जांच कराओ
नेता प्रतिपक्ष के साथ ही विधायक दल हाथों में तख्तियां लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए। सोने की प्रतिकात्मक ईंटे दिखाकर और तख्तियों को लहरा-लहराकर विधायकों ने नारेबाजी करते हुए कहा- सोने की ईंटें किसकी हैं? जांच कराओ, जांच कराओ… वहीं मध्य प्रदेश सरकार को सबसे भ्रष्ट सरकार बताते हुए कहा, देश और प्रदेश की जनता की हालत कंकाल जैसी हो रही है और कोई ये बोलने बताने वाला नहीं है कि करोड़ों का 52 सोना और 10 करोड़ रुपए किसके हैं? मध्य प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार में नंबर वन…। उन्होंने काले एप्रिन को जनता का प्रतीक बताया, कहा कि देश और प्रदेश की हालत कंकाल जैसी हो रही है…।
तख्तियों पर लिखे नाम, बताया कौन घोटाले का सूत्रधार
यही नहीं प्रदर्शन के दौरान विधायक दल के हाथों में जो तख्तियां थी उन पर अधिकारियों समेत भाजपा सरकार में मंत्रियों और नेताओं के नाम लिखकर उन्हें एमपी के परिवहन घोटाले का सूत्रधार बताया। तख्तियों पर लिखा- परिवहन घोटाले का सूत्रधार अलीम खान, वीआरएस लिया या घोटाले से पीछा छुड़ाया, वहीं एक अन्य नाम संजय श्रीवास्तव का भी लिया, इस मामले पर तख्तियों पर लिखा, परिवहन घोटाले का सूत्रधार संजय श्रीवास्तव, वकील की आड़ में करोड़ों की हेराफेरी…।
बता दें कि विधान सभा बजट सत्र की शुरुआत ही हंगामे के साथ हुई और हर दिन विपक्ष बजट सत्र में हंगामा और प्रदर्शन कर रहा है। बता दें कि ये मोहन सरकार का दूसरा बजट सत्र है। इसे सबसे कम अवधि का बजट सत्र भी बताया जा रहा है।
इन प्रदर्शनों के चलते, विधानसभा की कार्यवाही में व्यवधान उत्पन्न हुआ, और कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर भ्रष्टाचार के मुद्दों पर चर्चा से बचने का आरोप लगाया। उन्होंने जनता के हित में इन मुद्दों पर विस्तृत बहस की मांग की।
पूर्व RTO आरक्षक सौरभ शर्मा केस का है मामला
बता दें कि पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा केस सामने आने के बाद उसके राजदार चेतन गौर के नाम पर रजिस्टर्ड थी। इसी कार से 52 किलो सोना और 11 करोड़ का कैश बरामद किया गया था। इस मामले में मोस्ट वांटेड सौरभ शर्मा और उसके राजदार चेतन और शरद कई बार पुलिस और ईडी, आईटी, लोकायुक्त की रिमांड पर जा चुके हैं, लेकिन अब तक इस मामले में कोई खुलासा नहीं हुआ है कि आखिर ये किसका है। तीनों आरोपियों ने इस मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया है।
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