गिबली ट्रेंड ​​​​​​​के कारण चैटजीपीटी डाउन हुआ:करीब 1.5 घंटे एक्सेस नहीं कर पाए यूजर्स; अब दिन में सिर्फ 3 इमेज जनरेट कर सकेंगे

गिबली ट्रेंड ​​​​​​​के कारण चैटजीपीटी डाउन हुआ:करीब 1.5 घंटे एक्सेस नहीं कर पाए यूजर्स; अब दिन में सिर्फ 3 इमेज जनरेट कर सकेंगे

OpenAI का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल चैटजीपीटी (ChatGPT) रविवार को दुनिया भर में डाउन हो गया। चैटजीपीटी, नए अपडेट स्टूडियो गिबली इमेज जनरेटर के ज्यादा यूज के चलते डाउन हुआ। भारत में ये शाम करीब 4 से 5.30 बजे तक डाउन रहा। इस दौरान डाउनडिटेक्टर में आउटेज की कई शिकायतें दर्ज की गईं। अभी भी कुछ यूजर्स प्लेटफॉर्म्स यूज करने में दिक्कत हो रही हो है। OpenAI ने शाम 4:40 बजे बयान जारी कर ग्लोबल ऑउटेज की समस्या पर कहा कि हम सर्विसेज को रीस्टोर करने में जुटे हैं। इसके 30 मिनट बाद OpenAI ने बताया कि सभी सर्विसेज रिस्टोर हो गईं हैं। कंपनी 5 दिन में रूट कॉज एनालिसिस (RCA) रिपोर्ट पेश करेगी। स्टूडियो गिबली ट्रेंड के कारण डाउन हुआ चैटजीपीटी यूजर्स के बीच GPT-4o के नया अपडेट स्टूडियो गिबली काफी पॉपुलर हुआ है। यूजर्स में सोशल मीडिया पर स्टूडियो गिबली ट्रेंड का क्रेज देखने को मिला। इससे ChatGPT पर ट्रैफिक अचानक बढ़ गया। इस फीचर की डिमांड इतनी ज्यादा थी कि OpenAI के CEO सैम अल्टमैन ने X पर पोस्ट किया, ‘कृपया इमेज बनाने में थोड़ा ब्रेक लें, हमारी टीम को नींद चाहिए’। अब दिन में सिर्फ 3 इमेज ही जनरेट कर सकेंगे यूजर्स ChatGPT के फ्री वर्जन वाले यूजर्स अब रोज सिर्फ 3 इमेज ही जनरेट कर सकेंगे। पेड यूजर्स पर भी कुछ रिस्ट्रिक्शन लागू हो सकते हैं, लेकिन OpenAI ने कहा कि यह टेम्परेरी है। अल्टमैन ने बताया कि नए इमेज जनरेटर की वजह से सर्वर पर भारी दबाव पड़ा है। उन्होंने कहा हमारे GPU (ग्राफिक्स चिप्स) मेल्ट हो रहे हैं। इससे बचने हम इमेज जनरेटर टेम्परेरी लिमिट लगा रहे हैं। अल्टमैन ने यूजर्स को बताया कि टीम सर्वर कैपेसिटी बढ़ाने में जुटी है और जल्द ही इसमें सुधार होगा। 2022 में ChatGPT को पब्लिकली अनवील किया था OpenAI ने नवंबर 2022 में दुनिया के लिए ChatGPT अनवील किया था। इस AI टूल ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की है। म्यूजिक और पोएट्री लिखने से लेकर निबंध लिखने तक, ChatGPT बहुत सारे काम कर सकता है। यह एक कन्वर्सेशनल AI है। एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जो आपको इंसानों की तरह जवाब देता है। OpenAI में माइक्रोसॉफ्ट जैसी बिग टेक कंपनी ने 13 बिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश कर रखा है। कंपनी ने अपने सर्च इंजन ‘बिंग’ में भी ChatGPT को इंटीग्रेट किया है। कई कंपनियां भी ChatGPT का इस्तेमाल करने के लिए आतुर हैं। ऐसे में AI बेस्ड इस चैटबॉट का इस्तेमाल आने वाले दिनों में कहीं ज्यादा फैलने की उम्मीद है।

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