पूर्वी चंपारण में भूकम्प जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए विशेष जागरूकता अभियान की शुरुआत हुई है। 15 से 28 जनवरी तक चलने वाले इस भूकंप सुरक्षा पखवाड़े का उद्घाटन जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल और आपदा पदाधिकारी राजेश्वरी पांडेय ने किया। कार्यक्रम के तहत जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जो जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर लोगों को भूकम्प से बचाव के तरीकों की जानकारी देगा। साथ ही, नुक्कड़ नाटक मंडली भी विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में प्रस्तुतियां देगी। आपदा प्रबंधन कोर कमेटी द्वारा मॉक ड्रिल का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें लोगों को भूकम्प के दौरान खुद और परिवार की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम सिखाए जाएंगे। जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने बताया कि इस पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य लोगों को आपदा के समय सही निर्णय लेने के लिए तैयार करना है। आपदा पदाधिकारी राजेश्वरी पांडेय के अनुसार, जिले के विभिन्न हिस्सों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जो लोगों को भूकम्प जैसी आपदाओं से निपटने में सक्षम बनाएंगे। यह पहल न केवल छात्रों बल्कि आम नागरिकों में भी जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगी। स्थानीय लोगों द्वारा इस पहल का स्वागत किया जा रहा है और बड़ी संख्या में लोग इन कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं। पूर्वी चंपारण में भूकम्प जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए विशेष जागरूकता अभियान की शुरुआत हुई है। 15 से 28 जनवरी तक चलने वाले इस भूकंप सुरक्षा पखवाड़े का उद्घाटन जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल और आपदा पदाधिकारी राजेश्वरी पांडेय ने किया। कार्यक्रम के तहत जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जो जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर लोगों को भूकम्प से बचाव के तरीकों की जानकारी देगा। साथ ही, नुक्कड़ नाटक मंडली भी विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में प्रस्तुतियां देगी। आपदा प्रबंधन कोर कमेटी द्वारा मॉक ड्रिल का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें लोगों को भूकम्प के दौरान खुद और परिवार की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम सिखाए जाएंगे। जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने बताया कि इस पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य लोगों को आपदा के समय सही निर्णय लेने के लिए तैयार करना है। आपदा पदाधिकारी राजेश्वरी पांडेय के अनुसार, जिले के विभिन्न हिस्सों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जो लोगों को भूकम्प जैसी आपदाओं से निपटने में सक्षम बनाएंगे। यह पहल न केवल छात्रों बल्कि आम नागरिकों में भी जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगी। स्थानीय लोगों द्वारा इस पहल का स्वागत किया जा रहा है और बड़ी संख्या में लोग इन कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं।
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