होली पर बिहार के किसानों को बड़ा तोहफा मिला है। सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने एक लाख 67 हजार 237 किसानों के खाते में फसल सहायता योजना की राशि ट्रांसफर की। रबी मौसम 2022-23 में फसल नुकसान के 1 अरब 22 करोड़ 32 लाख 3210 रुपए ट्रांसफर किए गए। उन्होंने कहा कि आवेदनों के सत्यापन के आधार पर राशि दी गई है। खरीफ 2023-24 और रबी 2023-24 की राशि अभी दी जानी है। दोनों मौसम की फसलों के नुकसान का सत्यापन हो रहा है। 15 दिन के अंदर सभी किसानों के सत्यापन का काम पूरा कर लेना है। इसके आधार पर राशि दी जाएगी। विभाग के सचिव धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि तकनीकी गड़बड़ी के कारण राशि ट्रांसफर होने में देरी हो रही थी। यह योजना साल 2018 में शुरू हुई थी। लेकिन साल 2022 में तकनीकी गड़बड़ी के कारण योजना की राशि किसानों को नहीं दी जा सकी थी। एक ही जमीन पर कई किसानों ने आवेदन कर दिया था। इसे सुधारा जा रहा है। डीएम स्तर पर गठित कमेटी आवेदनों का सत्यापन करती है। इसके आधार पर सहायता राशि दी जा रही है। पटना के एक ही किसान को लाभ सबसे अधिक पूर्वी चंपारण के 24789 किसानों को 32 करोड़ 82 लाख 2462 रुपए ट्रांसफर किए गए हैं। दूसरे नंबर पर जमुई है, जहां के 19199 किसानों को 4 करोड़ 82 लाख 18 हजार 671 रुपए दिए गए हैं। लेकिन पटना के मात्र एक किसान को लाभ मिला है। अररिया के 2 और खगड़िया के मात्र 5 किसान शामिल हैं। 20% क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर 7500 रुपए मिलेंगे
प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल नुकसान होने की स्थिति में किसानों को आर्थिक सहायता दी जाती है। यह योजना पूरी तरह निःशुल्क है। इसके लिए किसानों द्वारा कोई प्रीमियम का भुगतान नहीं करना होता है। वास्तविक उपज में 20% तक क्षति होने की स्थिति में 7500 रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से अधिकतम 2 हेक्टेयर के लिए 15000 रुपए और 20% से अधिक क्षति होने की स्थिति में 10000 रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से अधिकतम 2 हेक्टेयर के लिए 20000 रुपए की सहायता दी जाती है। यह योजना राज्य सरकार की निधि से संचालित की जा रही है। इस योजनांतर्गत खरीफ 2022 मौसम तक 2905476 लाभुक किसानों को 1867.58 करोड़ की सहायता राशि का भुगतान किया गया है। मौके पर सहकारिता विभाग के अपर सचिव अभय कुमार सिंह, अपर निबंधक सहयोग समितियां प्रभात कुमार, बिहार राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड के अध्यक्ष रमेश चंद्र चौबे, ललन कुमार शर्मा उपस्थित रहे। होली पर बिहार के किसानों को बड़ा तोहफा मिला है। सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने एक लाख 67 हजार 237 किसानों के खाते में फसल सहायता योजना की राशि ट्रांसफर की। रबी मौसम 2022-23 में फसल नुकसान के 1 अरब 22 करोड़ 32 लाख 3210 रुपए ट्रांसफर किए गए। उन्होंने कहा कि आवेदनों के सत्यापन के आधार पर राशि दी गई है। खरीफ 2023-24 और रबी 2023-24 की राशि अभी दी जानी है। दोनों मौसम की फसलों के नुकसान का सत्यापन हो रहा है। 15 दिन के अंदर सभी किसानों के सत्यापन का काम पूरा कर लेना है। इसके आधार पर राशि दी जाएगी। विभाग के सचिव धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि तकनीकी गड़बड़ी के कारण राशि ट्रांसफर होने में देरी हो रही थी। यह योजना साल 2018 में शुरू हुई थी। लेकिन साल 2022 में तकनीकी गड़बड़ी के कारण योजना की राशि किसानों को नहीं दी जा सकी थी। एक ही जमीन पर कई किसानों ने आवेदन कर दिया था। इसे सुधारा जा रहा है। डीएम स्तर पर गठित कमेटी आवेदनों का सत्यापन करती है। इसके आधार पर सहायता राशि दी जा रही है। पटना के एक ही किसान को लाभ सबसे अधिक पूर्वी चंपारण के 24789 किसानों को 32 करोड़ 82 लाख 2462 रुपए ट्रांसफर किए गए हैं। दूसरे नंबर पर जमुई है, जहां के 19199 किसानों को 4 करोड़ 82 लाख 18 हजार 671 रुपए दिए गए हैं। लेकिन पटना के मात्र एक किसान को लाभ मिला है। अररिया के 2 और खगड़िया के मात्र 5 किसान शामिल हैं। 20% क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर 7500 रुपए मिलेंगे
प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल नुकसान होने की स्थिति में किसानों को आर्थिक सहायता दी जाती है। यह योजना पूरी तरह निःशुल्क है। इसके लिए किसानों द्वारा कोई प्रीमियम का भुगतान नहीं करना होता है। वास्तविक उपज में 20% तक क्षति होने की स्थिति में 7500 रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से अधिकतम 2 हेक्टेयर के लिए 15000 रुपए और 20% से अधिक क्षति होने की स्थिति में 10000 रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से अधिकतम 2 हेक्टेयर के लिए 20000 रुपए की सहायता दी जाती है। यह योजना राज्य सरकार की निधि से संचालित की जा रही है। इस योजनांतर्गत खरीफ 2022 मौसम तक 2905476 लाभुक किसानों को 1867.58 करोड़ की सहायता राशि का भुगतान किया गया है। मौके पर सहकारिता विभाग के अपर सचिव अभय कुमार सिंह, अपर निबंधक सहयोग समितियां प्रभात कुमार, बिहार राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड के अध्यक्ष रमेश चंद्र चौबे, ललन कुमार शर्मा उपस्थित रहे।
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