Gold-Silver Rate: तीन महीने में 13,000 हजार और एक साल में 22,000 रुपए से अधिक महंगा हुआ सोना, क्या अभी और चढ़ेंगे भाव?

Gold-Silver Rate: तीन महीने में 13,000 हजार और एक साल में 22,000 रुपए से अधिक महंगा हुआ सोना, क्या अभी और चढ़ेंगे भाव?

Gold Silver Rate rise: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के टैरिफ से उपजी अनिश्चितता के कारण द्वसुरक्षित निवेश की मांग बढ़ने से शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 3086 डॉलर प्रति औंस ने नए ऑल-टाइम हाई (Gold at all time high) पर पहुंच गया। इससे एमसीएक्स (MCX) पर भी सोने का बेंचमार्क कॉन्ट्रैक्ट पहली बार 89,000 रुपए के पार निकल गया जबकि दिल्ली के सर्राफा बाजार (Gold Rate in Delhi) में 24 कैरेट सोने की कीमतें पहली बार 92,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के पार निकल गई।

नई दिल्ली में सोने की कीमत 1,100 रुपए की तेजी के साथ 92,150 रुपए प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड ऊंचाई पर रही। वहीं आइबीजेए के मुताबिक, कीमतें 89,306 रुपए रही, जिसमें 3 जीएसटी जोड़ने के बाद देशभर के सर्राफा बाजारों में 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की औसत कीमत 91,985 रुपए रही। इंदौर में कीमत 91,200 रुपए तो जयपुर में भाव (Gold Rate in Jaipur) 1300 रुपए चढ़कर 91,600 रुपए पर पहुंच गया। जयपुर में चांदी भी प्रति किलोग्राम 1900 रुपए बढक़र 1,03,700 रुपए पर पहुंच गई।

सोने-चांदी में रिटर्न सबसे अधिक

सर्राफा बाजारों में वित्त वर्ष 2024-25 में सोने की कीमतें 22,000 रुपए से अधिक को वर्ष 2025 में 13,000 रुपए से अधिक बढ़ी है। घरेलू और ग्लोबल दोनों मार्केट में सोना इस साल अब तक 17 ​फीसदी से ज्यादा चढ़ा है। जयपुर में 31 मार्च 2024 को 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 69,500 रुपए थी जो अभी 92,000 के करीब है। यानी सोने की कीमत एक साल में 32 फीसदी बढ़ी है। वहीं वायदा बाजार एमसीएक्स पर एक साल में इसकी कीमतें 35 प्रतिशत बढ़ी है। वित्त वर्ष 2024-25 में गोल्ड-सिल्वर ने शेयर बाजार सहित सभी एसेट्स से अधिक रिटर्न दिया है। चांदी की कीमतें एक साल में प्रति किलोग्राम 27,000 रुपए से अधिक बढ़ी है। 2024-25 में चांदी ने भी 35 रिटर्न दिया। 31 मार्च 2024 को चांदी 76,600 रुपए प्रति किलो पर थी।

कैसा है आउटलुक

गोल्ड पिछले 60 कारोबारी सत्र में 18 बार अपने नए ऑल-टाइम हाई पर पहुंचा है। ब्याज दरों में कटौती की संभावना, अमरीकी सहित दुनिया की कई अर्थव्यवस्थाओं में स्लोडाउन और महंगाई के बढऩे की आशंका के मद्देनजर ज्यादातर जानकार सोने को लेकर फिलहाल बेहद बुलिश हैं। उनका मानना है कि ग्लोबल लेवल पर ट्रेड वॉर छिड़ने की आशंका के मद्देनजर जो अनिश्चितता की स्थिति बनी है उसमें बतौर सुरक्षित विकल्प सोने की मांग बरकरार रह सकती है। महंगाई के खिलाफ ‘हेज’ के तौर पर सोने की पूछ परख भी बढ़ रही है। जानकार मानते हैं कि इन्वेस्टमेंट डिमांड गोल्ड के लिए इस साल सबसे ज्यादा सपोर्टिव साबित हो सकता है। लोग गोल्ड ईटीएफ में जमकर निवेश कर रहे हैं।

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