MIT Admission: एमआईटी के छात्रों के लिए खुशखबरी है। एमआईटी के मैकेनिकल ब्रांच के छात्रों को अब शोध के लिए आईआईटी और एनआईटी नहीं जाना होगा। वह एमआईटी में ही अपना शोध पूरा कर सकेंगे। आईआईटी और एनआईटी के तर्ज पर MIT में भी नई मशीनें लाई गई हैं। एमआईटी के मैकेनिकल ब्रांच के विभागाध्यक्ष प्रो.आशीष श्रीवास्तव ने इसकी जानकारी दी।
यह भी पढ़ें- जानिए कितनी पढ़नी-लिखी हैं सुनीता विलियम्स, इस तरह से पाई सफलता
विदेश जैसे सुविधा MIT में
मैकेनिकल ब्रांच के छात्रों के लिए विदेशी संस्थान जैसी लैब की व्यवस्था की गई है। एडवांस मैन्युफैक्चरिंग लैब और मशीन ड्रॉइंग लैब स्थापित किए गए हैं। अब यहां के मैकेनिकल ब्रांच के छात्रों को लैब व प्रोजेक्ट्स के लिए दूसरे संस्थान में नहीं जाना होगा। इन मशीनों की मदद से वे अपने प्रोजेक्ट्स को बेहतर तरीके से डिजाइन कर सकेंगे।
यह भी पढ़ें- 15 जून को होगी NEET PG परीक्षा, जान लें जरूरी शर्तें जिन्हें पूरा किए बिना नहीं मिलेगा दाखिला
बीटेक और एमटेक दोनों कोर्सेज के छात्रों को होगा फायदा
एमआईटी के मैकेनिकल ब्रांच में जो मशीने लाई गई हैं, उनसे बीटेक और एमटेक दोनों छात्रों को फायदा होगा। एमआईटी के मैकेनिकल ब्रांच में थ्री डी प्रिंटर भी आ गया है। इससे किसी भी प्रोजेक्ट की डिजाइन का थ्री डी प्रिंट अब आसानी से निकाला जा सकता है। साथ ही ये मशीन बायोमेडिकल ब्रांच के छात्रों के भी काम आएंगी। मैकेनिकल विभाग को कई सॉफ्टवेयर भी मिले हैं, जिनमें एन्सिस, सालिड वर्क और मैट लैब शामिल हैं।
No tags for this post.