बेला व मोतीपुर समेत बिहार के सभी औद्योगिक क्षेत्रों व फैक्ट्रियों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के अनुकूल बनाया जाएगा। इसके लिए बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार (बियाडा) फैक्ट्रियों व औद्योगिक क्षेत्रों का बेसलाइन सर्वे कराएगा। साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों व फैक्ट्रियों की प्रोफाइल बनेगी। पहली बार बेसलाइन सर्वे व प्रोफाइल के लिए बियाडा जल्द ही राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर की एजेंसी के साथ एग्रीमेंट करने जा रहा है। एग्रीमेंट सात अप्रैल तक पूरा होगा। बेसलाइन सर्वे में निजी एजेंसी की टीम फैक्ट्रियों व औद्योगिक क्षेत्रों में पहुंचकर समस्याओं को जानेगी। समस्याओं को दूर करने के लिए उद्यमियों, बियाडा व विशेषज्ञों के साथ चर्चा की जाएगी। बेसलाइन सर्वे से उद्योगों के लिए निर्बाध व क्वालिटी बिजली आपूर्ति, स्वच्छ ईंधन के इंतजाम में होने वाली परेशानी, सड़क, स्ट्रीट लाइट के अलावा इंफ्रास्ट्रचर को बेहतर बनाने के लिए पहल होगी। बेसलाइन सर्वे व प्रोफाइल की प्रकिया पूरी होने से उत्पादों को उन्नत बनाने में मदद मिलेगी। इससे वैश्विक प्रतिस्पर्धा के अनुकूल फैक्ट्रियां व औद्योगिक क्षेत्रों को बनाया जाएगा। इससे उद्योगों व औद्योगिक क्षेत्रों के रिवाइवल के लिए प्लान तैयार किया जाएगा। बेसलाइन सर्वे के माध्यम से वर्तमान स्थिति का मूल्यांकन किया जाएगा। इससे एक बेंचमार्क स्थापित किया जा सकता है, जिसके आधार पर भविष्य में होने वाले परिवर्तनों का मूल्यांकन किया जा सकता है। बेसलाइन सर्वेक्षण के माध्यम से डेटा संग्रह किया जाएगा। बंद फैक्ट्रियां चालू होने से रोजगार पैदा होगा बेसलाइन सर्वे व प्रोफाइल तैयार होने से बंद फैक्ट्रियों को चालू किया जा सकता है। इससे बंद फैक्ट्रियों को चालू करने में आने वाली अड़चनों को दूर किया जा सकता है। बंद फैक्ट्रियां चालू होने से रोजगार के अवसर पैदा होंगे। बड़े पैमाने पर पूंजी निवेश से अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। उद्योग की प्रोफाइल बनने से उनकी रूपरेखा सामने आएगी। प्रोफाइल के जरिए उद्योग व औद्योगिक क्षेत्रों की जानकारी को व्यवस्थित किया जा सकेगा। उद्योगों के ग्राहकों, वित्तीय व उनपर आश्रित कर्मियों से जुड़े डेटा सामने आएगा। उद्योग के लिए रणनीतियां तैयार की जाएंगी। औद्योगिक क्षेत्रों व यहां की फैक्ट्रियों को अपडेट करने के लिए बेसलाइन सर्वे होगा। इससे उनकी समस्याओं की जानकारी लेकर दूर किया जाएगा और यहां के उद्योग वैश्विक प्रतिस्पर्धा के अनुकूल बन सकते हैं।
-रवि रंजन प्रसाद, डीजीएम, बियाडा बेला व मोतीपुर समेत बिहार के सभी औद्योगिक क्षेत्रों व फैक्ट्रियों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के अनुकूल बनाया जाएगा। इसके लिए बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार (बियाडा) फैक्ट्रियों व औद्योगिक क्षेत्रों का बेसलाइन सर्वे कराएगा। साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों व फैक्ट्रियों की प्रोफाइल बनेगी। पहली बार बेसलाइन सर्वे व प्रोफाइल के लिए बियाडा जल्द ही राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर की एजेंसी के साथ एग्रीमेंट करने जा रहा है। एग्रीमेंट सात अप्रैल तक पूरा होगा। बेसलाइन सर्वे में निजी एजेंसी की टीम फैक्ट्रियों व औद्योगिक क्षेत्रों में पहुंचकर समस्याओं को जानेगी। समस्याओं को दूर करने के लिए उद्यमियों, बियाडा व विशेषज्ञों के साथ चर्चा की जाएगी। बेसलाइन सर्वे से उद्योगों के लिए निर्बाध व क्वालिटी बिजली आपूर्ति, स्वच्छ ईंधन के इंतजाम में होने वाली परेशानी, सड़क, स्ट्रीट लाइट के अलावा इंफ्रास्ट्रचर को बेहतर बनाने के लिए पहल होगी। बेसलाइन सर्वे व प्रोफाइल की प्रकिया पूरी होने से उत्पादों को उन्नत बनाने में मदद मिलेगी। इससे वैश्विक प्रतिस्पर्धा के अनुकूल फैक्ट्रियां व औद्योगिक क्षेत्रों को बनाया जाएगा। इससे उद्योगों व औद्योगिक क्षेत्रों के रिवाइवल के लिए प्लान तैयार किया जाएगा। बेसलाइन सर्वे के माध्यम से वर्तमान स्थिति का मूल्यांकन किया जाएगा। इससे एक बेंचमार्क स्थापित किया जा सकता है, जिसके आधार पर भविष्य में होने वाले परिवर्तनों का मूल्यांकन किया जा सकता है। बेसलाइन सर्वेक्षण के माध्यम से डेटा संग्रह किया जाएगा। बंद फैक्ट्रियां चालू होने से रोजगार पैदा होगा बेसलाइन सर्वे व प्रोफाइल तैयार होने से बंद फैक्ट्रियों को चालू किया जा सकता है। इससे बंद फैक्ट्रियों को चालू करने में आने वाली अड़चनों को दूर किया जा सकता है। बंद फैक्ट्रियां चालू होने से रोजगार के अवसर पैदा होंगे। बड़े पैमाने पर पूंजी निवेश से अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। उद्योग की प्रोफाइल बनने से उनकी रूपरेखा सामने आएगी। प्रोफाइल के जरिए उद्योग व औद्योगिक क्षेत्रों की जानकारी को व्यवस्थित किया जा सकेगा। उद्योगों के ग्राहकों, वित्तीय व उनपर आश्रित कर्मियों से जुड़े डेटा सामने आएगा। उद्योग के लिए रणनीतियां तैयार की जाएंगी। औद्योगिक क्षेत्रों व यहां की फैक्ट्रियों को अपडेट करने के लिए बेसलाइन सर्वे होगा। इससे उनकी समस्याओं की जानकारी लेकर दूर किया जाएगा और यहां के उद्योग वैश्विक प्रतिस्पर्धा के अनुकूल बन सकते हैं।
-रवि रंजन प्रसाद, डीजीएम, बियाडा
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