‘मेरा JEE Mains क्लियर नहीं हो पाएगा’:बेटे ने पिता को भेजा इमोशनल मैसेज, पिता का रिप्‍लाई सोशल मीडिया पर वायरल

‘मेरा JEE Mains क्लियर नहीं हो पाएगा’:बेटे ने पिता को भेजा इमोशनल मैसेज, पिता का रिप्‍लाई सोशल मीडिया पर वायरल

‘आप तो जानते हो मैं आपको सबकुछ बता देता हूं। तो सुनो, मेरा JEE Mains क्लियर नहीं हो पाएगा।’ एक JEE एस्पिरेंट ने ये मैसेज अपने पिता को भेजा और कहा कि उसे JEE छोड़कर IAT की तैयारी करनी चाहिए क्‍योंकि उसका एग्‍जाम क्लियर नहीं हो पाएगा। बच्‍चे का अपने पिता को भेजा ये मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मगर वायरल होने की वजह ये मैसेज नहीं, बल्कि पिता का मैसेज पर रिप्‍लाई है। एक Rddit यूजर ने बेटे और पिता की बातचीत का स्‍क्रीनशॉट शेयर किया जिसपर यूजर्स ने जमकर रिएक्‍शन दिए। पिता ने ढेर सारे प्‍यार भरे इमोजी भेजकर बेटे को समझाया कि उसे परेशान होने की बिल्‍कुल जरूरत नहीं है। कहा कि बिना JEE के भी इंजीनियरिंग की जा सकती है। जरूरी बात ये है कि उसने बिना संकोच मन की बात बताई। कई यूजर्स ने पिता के इस रिस्‍पॉन्‍स की तारीफ की। एक यूजर ने लिखा- मैं सारी जिंदगी अपने पिता से ऐसे रिलेशन की उम्‍मीद करता रहा। मैं ऐसी सिचुएशन में अंदर ही अंदर घुटता रहता था। कभी अपने पेरेंट्स से 5 मिनट से ज्‍यादा बातचीत नहीं की। कई यूजर्स ने इस पोस्‍ट पर अपनी पर्सनल स्‍टोरीज शेयर कर पिता की सराहना की। उनका कहना है कि हर पिता को इसी तरह अपने बच्‍चों को सपोर्ट करना चाहिए। एक यूजर ने कहा कि हम अक्‍सर परफेक्‍शन के पीछे भागते हुए इंटर्नल पीस खो देते हैं। ऐसे में ये बच्‍चा फेल्‍योर नहीं बल्कि विनर है। जल्‍द जारी होने वाले हैं JEE Mains रिजल्‍ट JEE Mains सेशन 2 एग्‍जाम 1 से 8 अप्रैल तक आयोजित किया गया है। NTA ने एग्‍जाम की प्रोविजनल आंसर की जारी कर दी है। अब एग्‍जाम का रिजल्‍ट और फाइनल आंसर की कुछ ही समय में जारी किए जाने हैं। कैंडिडेट्स jeemain.nta.nic.in पर अपना रिजल्‍ट चेक कर सकेंगे। ये खबर भी पढ़ें… महाराष्ट्र के स्कूलों में थ्री लैंग्वेज पॉलिसी लागू: 1 से 5वीं के बच्चों को मराठी-इंग्लिश के अलावा हिंदी पढ़ना अनिवार्य हुआ महाराष्ट्र में 1 से 5वीं क्लास तक के बच्चों के लिए अब हिंदी पढ़ना अनिवार्य कर दिया गया है। ये फैसला राज्य के सभी मराठी और अंग्रेजी मीडियम स्कूलों पर लागू होगा। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2020 के नए करिकुलम को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र में इन क्लासेज के लिए तीन भाषा की पॉलिसी लागू की गई है। पूरी खबर पढ़ें…​​​​​​​

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