नागौर. रामपोल सत्संग भवन में चल रही भागवत कथा में संत राजाराम ने वाचन करते हुए कहा कि भगवान अपने भक्त की भावना के अनुसार ही रूप बना लेते हैं। भगवान तो निर्गुण निराकार निविशेष निरुपादिक निरुपम है। जिस प्रकार प्रत्येक लकड़ी में आग समाई रहती ह। ै ऐसे ही घट घट में वह भगवान समाया रहता है। संसार में ऐसी कोई वस्तु नहीं है, जहां परमात्मा न हो। सूक्ष्म से सूक्ष्म मे समाया हुआ है। जो कुछ भी दिखाई एवं सुनाईं पड रहा है। सब उसी परमात्मा के विविध रूप है। जिस प्रकार कुंभकार मिट्टी से अनेक बर्तन बनाता है। इसमें नाम, रूप यानि की आकृति अलग हो सकती है, लेकिन सभी में पदार्थ यानि की तत्व एक ही मिट्टी रहती है। उसी प्रकार परमात्मा है। भगवान के नाम में तथा उनकी कथा में ही रस की अनुभुति होती हैं। रस में डूब जाने का नाम ही रास ह। भक्ति में प्रेम में डूबा हुआ जीव ही गोपी है। जीव एव ब्रह्म के मिलन का नाम ही रासलीला है। वेदों में भगवान को ही रस माना गया है। कथा में गौ चारण लीला चीरहरण लीला रासलीला कंस वध कृष्ण नल रुप द्वारा गुरुकुल में विधाधययन उद्धव-गोपी संवाद व कृष्ण- रुक्मणी विवाह के प्रसंग की कथा सुनाई गई। इस दौरान रासलीला एवं कृष्ण रुक्मणी विवाह कि सुंदर झांकी सजाई गई।
सावित्रीबाई फुलेज जयंती आज
नागौर. सावित्रीबाई फुले जयंती तीन जनवरी को हनुमानबाग स्थित सावित्रीबाई फुले गार्डन में सुबह सवा 11 बजे मनाई जाएगी। लोकेश टाक ने बताया कि इस मौके पर संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इसमें इनके कृतित्व पर चर्चा की जाएगी।
दुकानदारों से की समझाइश
नागौर. नगरपरिषद की ओर से शहर के बाजारों को व्यवस्थित करने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसके तहत परिषद की ओर से गुरुवार को गांधी चौक तहसील चौक, तिगरी बाजार, बर्तन बाजार एवं सदर बाजार में दुकानदारों से समझाइश की गई। इनको समझाया गया कि वह सडक़ की पटरी से अपना सामान हटा लें, नहीं तो दोबारा इस तरह अतिक्रमण मिला तो फिर कार्रवाही की जाएगी। अवैध वाहन पार्किंग भी परिषद की ओर से प्रावधान के तहत कार्यवाही की जाएगी। दल में कार्यवाहक मुख्य स्वच्छता निरीक्षक रामेश्वरलाल, विजय बारासा, दिनेश लोहिया एवं संजय जावा आदि थे।