सिंगापुर के NRI दंपती ने बच्ची को लिया गोदा:रोहतास DM सहित कई अधिकारी रहे मौजूद, 11 साल से विदेश में रह रहा परिवार

सिंगापुर के NRI दंपती ने बच्ची को लिया गोदा:रोहतास DM सहित कई अधिकारी रहे मौजूद, 11 साल से विदेश में रह रहा परिवार

रोहतास में मंगलवार शाम एक बच्ची को गोद लेने की कानूनी प्रक्रिया पूरी की गई। जिलाधिकारी उदिता सिंह ने मंगलवार को संध्या विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान की एक बालिका को सिंगापुर में रह रहे भारतीय मूल के दंपति को सौंपा। दंपति मिथलेश कश्यप और चंद्रिका टीएस हैं। मिथलेश रोहतास जिले के मूल निवासी हैं और पिछले 11 वर्षों से व्यवसाय के सिलसिले में सिंगापुर में रह रहे हैं। संतान न होने के कारण उन्होंने बच्ची को गोद लेने का निर्णय लिया। यह प्रक्रिया केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (CARA) के दिशा-निर्देशों के अनुसार पूरी की गई। समाहरणालय स्थित जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित समारोह में DM ने नए माता-पिता को शुभकामनाएं दीं। DM सहित कई अधिकारी रहे मौजूद जिलाधिकारी ने कहा कि हर बच्चे को एक सुरक्षित और प्यार भरा परिवार मिलना चाहिए। उन्होंने बाल संरक्षण इकाई को जरूरतमंद बच्चों के पुनर्वास के लिए कार्य करने का निर्देश दिया। कार्यक्रम में जिला बाल संरक्षण इकाई की सहायक निदेशक राजीव रंजन, सीपीओ मिराजुद्दीन सिद्दीकी और विशिष्ट दत्तकग्रहण संस्थान के समन्वयक मिथिलेश कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारियों ने बताया कि गोद लेने की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रही। रोहतास में मंगलवार शाम एक बच्ची को गोद लेने की कानूनी प्रक्रिया पूरी की गई। जिलाधिकारी उदिता सिंह ने मंगलवार को संध्या विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान की एक बालिका को सिंगापुर में रह रहे भारतीय मूल के दंपति को सौंपा। दंपति मिथलेश कश्यप और चंद्रिका टीएस हैं। मिथलेश रोहतास जिले के मूल निवासी हैं और पिछले 11 वर्षों से व्यवसाय के सिलसिले में सिंगापुर में रह रहे हैं। संतान न होने के कारण उन्होंने बच्ची को गोद लेने का निर्णय लिया। यह प्रक्रिया केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (CARA) के दिशा-निर्देशों के अनुसार पूरी की गई। समाहरणालय स्थित जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित समारोह में DM ने नए माता-पिता को शुभकामनाएं दीं। DM सहित कई अधिकारी रहे मौजूद जिलाधिकारी ने कहा कि हर बच्चे को एक सुरक्षित और प्यार भरा परिवार मिलना चाहिए। उन्होंने बाल संरक्षण इकाई को जरूरतमंद बच्चों के पुनर्वास के लिए कार्य करने का निर्देश दिया। कार्यक्रम में जिला बाल संरक्षण इकाई की सहायक निदेशक राजीव रंजन, सीपीओ मिराजुद्दीन सिद्दीकी और विशिष्ट दत्तकग्रहण संस्थान के समन्वयक मिथिलेश कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारियों ने बताया कि गोद लेने की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रही।  

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