OpenAI का ‘द स्टारगेट प्रोजेक्ट 41 लाख करोड़ रुपए की मेगा योजना से क्या बदलेगी तकनीक की दुनिया?

OpenAI का ‘द स्टारगेट प्रोजेक्ट 41 लाख करोड़ रुपए की मेगा योजना से क्या बदलेगी तकनीक की दुनिया?

OpenAI: दुनिया की प्रमुख आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) कंपनी OpenAI ने ‘द स्टारगेट प्रोजेक्ट’ नाम से एक ऐतिहासिक पहल की घोषणा की है। यह परियोजना 41 लाख करोड़ रुपये ($500 बिलियन) के भारी निवेश के साथ अगले चार वर्षों में एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास पर केंद्रित होगी। इस परियोजना के तहत डेटा सेंटर बनाए जाएंगे जो विशेष रूप से OpenAI की जनरेटिव एआई क्षमताओं को विस्तार देने के लिए समर्पित होंगे।

ये भी पढ़े:- मुकेश अंबानी की Cryptocurrency ने डिजिटल दुनिया में मचाई धूम, ब्राउज़िंग पर मिल रहे रिवॉर्ड टोकन

क्या है द स्टारगेट प्रोजेक्ट? What is OpenAI The Stargate Project?

OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन द्वारा इस परियोजना की घोषणा की गई है। पहले चरण में $100 बिलियन (लगभग 8.2 लाख करोड़ रुपये) का निवेश किया जाएगा। इस परियोजना को सॉफ्टबैंक, ओरेकल, अबू धाबी के MGX और OpenAI के नेतृत्व में संचालित किया जाएगा। सॉफ्टबैंक इस परियोजना के वित्तीय पहलुओं को संभालेगा, जबकि OpenAI इसके संचालन की जिम्मेदारी निभाएगा। सॉफ्टबैंक के संस्थापक मासायोशी सोन को इस परियोजना का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।

Texas से हुई शुरुआत

परियोजना का निर्माण कार्य टेक्सास में शुरू हो चुका है। यह साइट ओरेकल का प्रोजेक्ट मानी जा रही है, जिसे क्रूसो से लीज पर लिया गया है। ओरेकल के संस्थापक लैरी एलिसन ने व्हाइट हाउस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि टेक्सास साइट पर 10 डेटा सेंटर निर्माणाधीन हैं। OpenAI ने यह भी संकेत दिया है कि कंपनी देशभर में अन्य परिसरों के लिए संभावित स्थलों का मूल्यांकन कर रही है। जल्द ही इन साइट्स पर काम शुरू करने की योजना है।

तकनीकी क्षेत्र के दिग्गजों का सहयोग

‘द स्टारगेट प्रोजेक्ट’ में कई बड़े तकनीकी खिलाड़ियों की भागीदारी है। सॉफ्टबैंक, माइक्रोसॉफ्ट, एनवीडिया, ओरेकल, और OpenAI इस परियोजना में अहम भूमिका निभा रहे हैं। एनवीडिया और ओरेकल के साथ OpenAI का सहयोग इस नए कंप्यूटिंग सिस्टम के निर्माण और संचालन का मुख्य आधार होगा। OpenAI ने 2016 में एनवीडिया के साथ शुरू हुई अपनी लंबी साझेदारी को दोहराया और ओरेकल के साथ हाल ही में हुए गठजोड़ को महत्वपूर्ण बताया। माइक्रोसॉफ्ट भी इस परियोजना में Azure सेवाओं के माध्यम से उन्नत एआई मॉडल्स को प्रशिक्षित करने और नए उत्पादों और सेवाओं को विकसित करने में योगदान देगा।

परियोजना की प्रमुख विशेषताएं

इस मेगा योजना के तहत OpenAI ने व्हाइट हाउस के साथ 5GW डेटा सेंटर के निर्माण का प्रस्ताव साझा किया था। यह डेटा सेंटर दुनिया के सबसे बड़े केंद्रों में शामिल होंगे। कंपनी ने ऊर्जा प्रबंधन, भूमि अधिग्रहण, निर्माण और उपकरण आपूर्ति जैसे विभिन्न पहलुओं में विशेषज्ञता रखने वाली कंपनियों के साथ साझेदारी करने की योजना बनाई है।

अमेरिका का राष्ट्रीय हित

इस परियोजना की घोषणा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे देश के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “चीन और अन्य देश हमारे प्रतिस्पर्धी हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि यह परियोजना अमेरिका में ही बनी रहे। इसके लिए आपातकालीन घोषणाओं का उपयोग करते हुए बिजली उत्पादन और बुनियादी ढांचे को तेजी से तैयार किया जाएगा।”

भारत के लिए क्या है खास?

इस मेगा योजना से भारतीय आईटी पेशेवरों के लिए बड़ी संभावनाएं पैदा हो सकती हैं। OpenAI के साथ जुड़ी परियोजनाओं में भारतीय इंजीनियरों और टेक्नोलॉजी विशेषज्ञों की मांग तेजी से बढ़ सकती है। साथ ही, इस परियोजना से भारत-अमेरिका तकनीकी साझेदारी को भी नया आयाम मिलेगा।

ये भी पढ़े:- Donald Trump के मेम कॉइन की वैल्यू $8 बिलियन पर स्थिर, $MELANIA टॉप 100 से बाहर, Market Cap $760 मिलियन तक पहुंचा

‘द स्टारगेट प्रोजेक्ट’ क्यों है ऐतिहासिक?

OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने इसे “इस युग का सबसे महत्वपूर्ण प्रयास” बताया। उनका कहना है कि यह परियोजना न केवल एआई तकनीक को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी, बल्कि मानव जीवन को आसान और अधिक प्रभावशाली बनाने में मदद करेगी। ‘द स्टारगेट प्रोजेक्ट’ तकनीक और मानवता के बीच के संबंध को और मजबूत करेगा। जहां एक ओर यह परियोजना डेटा सेंटर और एआई इंफ्रास्ट्रक्चर को विस्तार देगी, वहीं दूसरी ओर यह अमेरिका और भारत जैसे देशों में रोजगार और आर्थिक विकास के नए द्वार खोलेगी।

No tags for this post.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *