पाकिस्तान (Pakistan) को दुनियाभर में आतंकवाद (Terrorism) के हॉटस्पॉट के रूप में देखा जाता है। इसकी वजह है पाकिस्तान का हमेशा आतंकियों को संरक्षण देना और आतंकवाद को फलने-फूलने में मदद करना। हालांकि अब पाकिस्तान भी आतंकवाद के दलदल में धंस चुका है। पाकिस्तान में बड़ी संख्या में आतंकी मौजूद हैं और अक्सर ही कहीं न कहीं हमले करते रहते हैं। ये आतंकी तो सेना (Army) और पुलिस (Police) पर हमला करने से भी पीछे नहीं हटते। ऐसे में सेना और पुलिस भी समय-समय पर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करती रहती हैं। एक बार फिर पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों के खिलाफ सैन्य अभियान चलाया है, जिसमें उन्हें कामयाबी भी मिली है।
30 आतंकियों को मार गिराने का किया दावा
पाकिस्तानी सेना ने हाल ही में 30 आतंकियों को मार गिराने का दावा किया है। पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज़ पब्लिक रिलेशंस ने मंगलवार को बयान जारी करते हुए बताया कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के दक्षिणी वजीरिस्तान जिले में सेना को आतंकियों की गतिविधियों के बारे में जैसे ही पता चला, उन्होंने एक सैन्य अभियान लॉन्च कर दिया। इस अभियान के तहत सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें सेना ने 30 आतंकियों को मार गिराया।
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आतंकी देश में शरिया कानून करना चाहते थे लागू
पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज़ पब्लिक रिलेशंस ने जानकारी दी कि आतंकियों का यह समूह पाकिस्तान में लोकतंत्र के खिलाफ था। इन आतंकियों का मकसद पाकिस्तान में शरिया कानून लागू करना था, क्योंकि उन्हें लोकतान्त्रिक शासन की जगह देश इस्लामिक व्यवस्था से शासन चाहिए था। इसी वजह से ये आतंकी काफी समय से सरकार और सेना के खिलाफ साजिश कर रहे थे। सेना को जैसे ही इनके मंसूबों के बारे में पता चला, उन्होंने सैन्य अभियान चलाते हुए इन आतंकियों का काम तमाम कर दिया।
किस संगठन के थे आतंकी?
इन आतंकियों के तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से संबंधित होने की संभावना जताई जा रही है। टीटीपी के आतंकी समय-समय पर पाकिस्तान में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देते रहते हैं।
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