भोजपुरी गानों में अश्लीलता परोसे जाने के खिलाफ छिड़े मुहिम में अब छपरा की स्वाति मिश्रा भी कूद पड़ीं हैं। सिंगर ने अपने सोशल मीडिया(इंस्टाग्राम) पर एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने अश्लीलता के खिलाफ आवाज उठाई है। इस वीडियो को बॉलीवुड सिंगर प्रिया मलिक ने अपने X अकाउंट पर शेयर कर लिखा है, मेरी प्यारी सखी स्वाति मिश्रा, अश्लीलता के खिलाफ मोर्चा, जीओ बहन। अब ये वीडियो लगातार ट्रेंड कर रहा है। “बिहार में रेप कल्चर को मिल रहा बढ़ावा” स्वाति मिश्रा ने वीडियो में खुद को बिहारी कहने पर शर्म आने की बात कही है। इसमें स्वाति ने भोजपुरी गानों में अश्लीलता को लेकर गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने कहा, इन गानों से बिहार में रेप कल्चर को बढ़ावा मिल रहा है। सरकार को जल्द से जल्द इन सिंगर्स के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए। उन्होंने ये तक कह दिया है कि अगर इस बात के लिए बिहार के लोग उनका बायकॉट करेंगे तो वो इसके लिए भी तैयार हैं। स्वाति ने अश्लीलता के खिलाफ खोला मोर्चा स्वाति मिश्रा ने कहा- मैं एक बिहारी हूं, लेकिन मुझे बहुत ही शर्म आ रही है ये बोलने में कि मेरे बिहार से ऐसे-ऐसे गाने आ रहे हैं जिसे सुनकर शर्म आ जाए। मेरे बिहार से ऐसे-ऐसे सिंगर्स बिलॉन्ग करते हैं। मेरे अंदर बहुत गुस्सा है, जिसे मैं बता भी नहीं सकती। मैंने होली पर गाने सुने हैं, कन्हैया घरे चलो, खेंले होली… या होली खेले रघुबिरा अवैध में…..लेकिन बिहार के सिंगर्स गाने का टॉपिक यही रखते हैं, जीजा-साली, देवर-भाभी। मुझे समझ नहीं आता है कि जीजा-साली को लेकर जो गाने में बात बताई जा रही है, वैसी होली कहां खेली जाती है। कौन से बिहार में ऐसी होली खेली जाती है। क्योंकि न हमनें ऐसी होली खेली है, न हमारे खानदान में किसी ने ऐसी होली खेली है। मैं जहां तक जानती हूं, बिहार में हमनें ऐसी होली नहीं देखी है। कौन ये गाने गा रहा है और क्यों ऐसे गाने चल रहे हैं। बिहार में होली का मतलब जीजा-साली पर भद्दे जोक्स लड़कियां जो देखने में अच्छी हैं, जिनके फॉलोअर्स अच्छे हैं, उनको शर्म आनी चाहिए। धिक्कार है उनलोगों पर जो ऐसे गानों पर रील बनाती हैं और उसको फेमस करतीं हैं। हर साल मेरा दिमाग खराब होता है। लेकिन इस साल मैंने कहा कि इसपर मैं बोलूंगी। अगर नहीं बोलूंगी तो फिर इसपर कोई नहीं बोलेगा। इसके बाद ये इतना नॉर्मल हो जाएगा कि बिहार में होली का मतलब जीजा-साली, भद्दे जोक्स, मजाक, भद्दे गाने और एक्शन यही सब रह जाएंगें। मेरा पेशेंस खत्म हो गया कौन लिखता है ऐसे गाने और कौन गाता है ऐसे गाने। किस तरह के गाने आप लिख और गा रहे हो। हद हो गई है। मेरा पेशेंस खत्म हो गया है, इसलिए इस बार मैंने इसपर बोला। इंटरनेट पर इस बारे में बोलना बेहद जरूरी हो गया है। जितने भी लोग ऐसे गाने बना रहे हैं, गाने बजा रहे हैं इन सब के खिलाफ सरकार को एक्शन लेना चाहिए। ‘मुझे इनकी मानसिकता से दिक्कत है’ जो ये सब गाने सुनकर अपने जीजा-साली के साथ मजाक कर रहे हैं, इन लोगों के मानसिकता से मुझे दिक्कत है। गाने में ऐसे-ऐसे लाइन इस्तेमाल किए जाते हैं, जिससे बिहार में रेप कल्चर को बढ़ावा मिल रहा है। बिहार सरकार से मेरी अपील है कि ऐसे सिंगर्स, ऐसे गाने पर रोक लगाया जाए। अगर मैं गलत हूं तो हूं। बिहार के लोग मिलकर मुझे बायकॉट करेंगे तो मैं उसके लिए भी रेडी हूं। लेकिन अगर बिहार से ऐसे गाने आएंगे, तो मैं इन सब के खिलाफ जाने के लिए तैयार हूं। इन गानों के ऐसे शब्द हैं, जिसे मैं बोल नहीं सकती हूं। भोजपुरी गानों में अश्लीलता परोसे जाने के खिलाफ छिड़े मुहिम में अब छपरा की स्वाति मिश्रा भी कूद पड़ीं हैं। सिंगर ने अपने सोशल मीडिया(इंस्टाग्राम) पर एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने अश्लीलता के खिलाफ आवाज उठाई है। इस वीडियो को बॉलीवुड सिंगर प्रिया मलिक ने अपने X अकाउंट पर शेयर कर लिखा है, मेरी प्यारी सखी स्वाति मिश्रा, अश्लीलता के खिलाफ मोर्चा, जीओ बहन। अब ये वीडियो लगातार ट्रेंड कर रहा है। “बिहार में रेप कल्चर को मिल रहा बढ़ावा” स्वाति मिश्रा ने वीडियो में खुद को बिहारी कहने पर शर्म आने की बात कही है। इसमें स्वाति ने भोजपुरी गानों में अश्लीलता को लेकर गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने कहा, इन गानों से बिहार में रेप कल्चर को बढ़ावा मिल रहा है। सरकार को जल्द से जल्द इन सिंगर्स के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए। उन्होंने ये तक कह दिया है कि अगर इस बात के लिए बिहार के लोग उनका बायकॉट करेंगे तो वो इसके लिए भी तैयार हैं। स्वाति ने अश्लीलता के खिलाफ खोला मोर्चा स्वाति मिश्रा ने कहा- मैं एक बिहारी हूं, लेकिन मुझे बहुत ही शर्म आ रही है ये बोलने में कि मेरे बिहार से ऐसे-ऐसे गाने आ रहे हैं जिसे सुनकर शर्म आ जाए। मेरे बिहार से ऐसे-ऐसे सिंगर्स बिलॉन्ग करते हैं। मेरे अंदर बहुत गुस्सा है, जिसे मैं बता भी नहीं सकती। मैंने होली पर गाने सुने हैं, कन्हैया घरे चलो, खेंले होली… या होली खेले रघुबिरा अवैध में…..लेकिन बिहार के सिंगर्स गाने का टॉपिक यही रखते हैं, जीजा-साली, देवर-भाभी। मुझे समझ नहीं आता है कि जीजा-साली को लेकर जो गाने में बात बताई जा रही है, वैसी होली कहां खेली जाती है। कौन से बिहार में ऐसी होली खेली जाती है। क्योंकि न हमनें ऐसी होली खेली है, न हमारे खानदान में किसी ने ऐसी होली खेली है। मैं जहां तक जानती हूं, बिहार में हमनें ऐसी होली नहीं देखी है। कौन ये गाने गा रहा है और क्यों ऐसे गाने चल रहे हैं। बिहार में होली का मतलब जीजा-साली पर भद्दे जोक्स लड़कियां जो देखने में अच्छी हैं, जिनके फॉलोअर्स अच्छे हैं, उनको शर्म आनी चाहिए। धिक्कार है उनलोगों पर जो ऐसे गानों पर रील बनाती हैं और उसको फेमस करतीं हैं। हर साल मेरा दिमाग खराब होता है। लेकिन इस साल मैंने कहा कि इसपर मैं बोलूंगी। अगर नहीं बोलूंगी तो फिर इसपर कोई नहीं बोलेगा। इसके बाद ये इतना नॉर्मल हो जाएगा कि बिहार में होली का मतलब जीजा-साली, भद्दे जोक्स, मजाक, भद्दे गाने और एक्शन यही सब रह जाएंगें। मेरा पेशेंस खत्म हो गया कौन लिखता है ऐसे गाने और कौन गाता है ऐसे गाने। किस तरह के गाने आप लिख और गा रहे हो। हद हो गई है। मेरा पेशेंस खत्म हो गया है, इसलिए इस बार मैंने इसपर बोला। इंटरनेट पर इस बारे में बोलना बेहद जरूरी हो गया है। जितने भी लोग ऐसे गाने बना रहे हैं, गाने बजा रहे हैं इन सब के खिलाफ सरकार को एक्शन लेना चाहिए। ‘मुझे इनकी मानसिकता से दिक्कत है’ जो ये सब गाने सुनकर अपने जीजा-साली के साथ मजाक कर रहे हैं, इन लोगों के मानसिकता से मुझे दिक्कत है। गाने में ऐसे-ऐसे लाइन इस्तेमाल किए जाते हैं, जिससे बिहार में रेप कल्चर को बढ़ावा मिल रहा है। बिहार सरकार से मेरी अपील है कि ऐसे सिंगर्स, ऐसे गाने पर रोक लगाया जाए। अगर मैं गलत हूं तो हूं। बिहार के लोग मिलकर मुझे बायकॉट करेंगे तो मैं उसके लिए भी रेडी हूं। लेकिन अगर बिहार से ऐसे गाने आएंगे, तो मैं इन सब के खिलाफ जाने के लिए तैयार हूं। इन गानों के ऐसे शब्द हैं, जिसे मैं बोल नहीं सकती हूं।
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