जब भी दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी संगठनों का ज़िक्र होता है, तालिबान (Taliban) का नाम ज़रूर लिया जाता है। अफगानिस्तान (Afghanistan) बेस्ड इस्लामिक आतंकी संगठन तालिबान ने लंबे समय तक अफगानिस्तान और आसपास के इलाकों में आतंक मचाया। 15 अगस्त, 2021 को तालिबान ने अफगानिस्तान में तख्तापलट करते हुए सत्ता में वापसी की थी और तभी से अफगानिस्तान में तालिबान का शासन चल रहा है। अफगानिस्तान में सत्ता में लौटते के बाद तालिबान ने सबकुछ बदल दिया है जिससे देश की जनता मुश्किल हालातों में रहने के लिए मजबूर है। दुनिया के ज़्यादातर देशों ने तालिबान को आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है। पर रूस (Russia) ने अब इस विषय में बड़ा कदम उठाया है।
तालिबान को आतंकी संगठनों की लिस्ट से हटाया
रूस ने तालिबान को आतंकी संगठनों की लिस्ट से हटा दिया है। रूस ने कुछ महीनों पहले ही ऐसा करने का फैसला ले लिया था और अब आधिकारिक रूप से तालिबान को रूस द्वारा माने जाने वाले आतंकी संगठनों की लिस्ट से हटा दिया गया है। रूस के सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने गुरुवार को यह फैसला सुनाया। ऐसा करते हुए रूस ने तालिबान पर लगे करीब 2 दशक पुराने बैन को हटा दिया है।
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रूस-तालिबान संबंधों में सुधार की दिशा में अहम फैसला
रूसी सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला रूस और तालिबान के संबंधों में सुधार की दिशा में अहम फैसला है। रूस की सरकार पहले भी इस बात की इच्छा जता चुकी है कि वो तालिबान से सामान्य संबंध चाहती है और खुद तालिबान भी इसके पक्ष में है। तालिबान का मानना है कि रूस से अच्छे संबंध अफगानिस्तान के लिए काफी फायदेमंद हो सकते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कुछ महीने पहले रूस ने तालिबान सरकार को मान्यता भी दी थी। रूस पहला ऐसा देश है जिसने आधिकारिक रूप से तालिबान सरकार को मान्यता दी है।
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