Severe fire: दक्षिण कोरिया का 991 एकड़ जंगल ख़ाक, 19 लोगों की मौत, 27 हज़ार को छोड़ना पड़ा घर

Severe fire: दक्षिण कोरिया का 991 एकड़ जंगल ख़ाक, 19 लोगों की मौत, 27 हज़ार को छोड़ना पड़ा घर

South Korea wildfires: दक्षिण कोरिया (South Korea) के दक्षिणी क्षेत्रों के जंगलों में लगी आग (wildfires) ने 19 लोगों की जान ले ली है। इस आग से 200 से अधिक स्ट्रक्चर नष्ट (casualties) हो गए हैं और 27,000 लोगों को अपना घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया है। दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री और कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू ने कहा कि पांच दिन की आग (South Korea wildfires) से बहुत नुकसान (destruction) हुआ है। समाचार एजेंसी योनहाप के अनुसार, आग पर काबू पाने के प्रयासों में शामिल एक हेलीकॉप्टर दक्षिण-पूर्वी शहर यूइसोंग में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें पायलट की मौत हो गई। इसके बाद कोरिया फॉरेस्ट सर्विस ने देश भर में हेलीकॉप्टर संचालन निलंबित कर दिया।

1300 साल पुराना बौद्ध मंदिर भी जला

सूखी हवाओं और आंधी से प्रभावित जंगलों में लगी आग के कारण, दक्षिण-पूर्वी शहरों और कस्बों जैसे एंडोंग, यूइसोंग और सांचेओंग के अधिकारियों ने मंगलवार को निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का आदेश दिया। कोरिया हेरिटेज सर्विस के अधिकारियों के अनुसार इस आग ने 17,400 हेक्टेयर (43,000 एकड़) भूमि को जला कर नष्ट कर दिया, जिसमें एक 1,300 साल पुराना बौद्ध मंदिर भी शामिल था। उइसोंग में लगी आग ने सातवीं शताब्दी में निर्मित बौद्ध मंदिर गौंसा को भी नष्ट कर दिया। हालांकि, मंदिर के कुछ राष्ट्रीय खजाने, जिसमें पत्थर की बुद्ध प्रतिमा भी शामिल है, आग लकड़ी की इमारतों तक पहुंचने से पहले ही मूर्तिया सुरक्षित निकाल ली गई थीं। उइसोंग में आग से तबाह हुए उन्नरामसा मंदिर के खंडहरों की तस्वीरें सामने आई हैं।

तेज़ हवाओं के कारण आग फिर से फैल गई

साउथ कोरिया के आंतरिक मंत्रालय और सुरक्षा मंत्रालय के अनुसार, 5,500 से अधिक लोग एंडोंग, यूइसोंग, सांचेओंग और उलसान शहरों से अपना घर छोड़ने पर मजबूर हो गए। इससे पहले मंगलवार को अधिकारियों ने बताया था कि दमकलकर्मी इन क्षेत्रों की सबसे बड़ी आग पर काबू पाने में सफल रहे थे, लेकिन लगातार सूखी और तेज़ हवाओं के कारण आग फिर से फैलने लगी और उसे नियंत्रित करना मुश्किल हो गया।

9,000 अग्निशमनकर्मियों के साथ 130 से अधिक हेलीकॉप्टर बचाव में लगे

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेस्ट साइंस के वन आपदा विशेषज्ञ ली ब्युंग-डू ने कहा कि उइसोंग में लगी आग, जो केवल 68% ही नियंत्रित हो पाई है, तेज़ हवाओं के कारण और बढ़ गई। आग बुझाने के लिए करीब 9,000 अग्निशमन कर्मियों के साथ-साथ 130 से अधिक हेलीकॉप्टर और सैकड़ों वाहनों को तैनात किया गया था, लेकिन तेज़ हवाओं के कारण रातभर के प्रयासों को आंशिक रूप से स्थगित कर दिया गया।

योंगदेओक में भी फैली आग, 2600 कैदी स्थानांतरित

एंडोंग और उइसोंग काउंटी के अधिकारियों ने कई गांवों और एंडोंग विश्वविद्यालय के आसपास के निवासियों को सुरक्षित स्थानों या अस्थायी आश्रयों में जाने का आदेश दिया। इनमें स्कूल और इनडोर जिम भी शामिल हैं, क्योंकि उइसोंग में लगी आग फैलती रही। आग पास के योंगदेओक शहर में भी फैल गई, जहां अधिकारियों ने सड़कें बंद कर दीं और कम से कम चार गांवों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का आदेश दिया। हालांकि, न्याय मंत्रालय ने तुरंत यह पुष्टि नहीं की कि उसने यूइसोंग के पास स्थित चेओंगसोंग काउंटी की जेल से 2,600 कैदियों को स्थानांतरित किया है।

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