तमिलनाडु के वित्त मंत्री थंगम थेन्नारसु ने आज मौजूदा डीएमके सरकार का 2025-26 के लिए पांचवां बजट पेश किया। थेन्नारसु ने विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच बजट पेश किया। बजट पेश करते हुए थेन्नारसु ने कहा कि ‘कलैगनार कनवु इल्लम थिट्टम’ योजना के तहत 3,500 करोड़ रुपये के बजट परिव्यय से एक लाख नए घर बनाए जाएंगे। वित्त मंत्री ने कहा कि राज्य का 2025-26 का बजट अगले 25 वर्षों के विकास को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।
इसे भी पढ़ें: North India में एक महिला से 5 पुरुष शादी कर सकते हैं, DMK के मंत्री की महाभारत के संदर्भ में टिप्पणी
थेन्नारसु ने कहा कि 1,500 करोड़ रुपये की लागत से अड्यार नदी पुनरुद्धार कार्यक्रम तेजी से आगे बढ़ रहा है और अगले 15 महीनों में इसके पूरा होने की उम्मीद है। उन्होंने सात जिलों में 6,668 करोड़ रुपये की लागत से नई संयुक्त पेयजल परियोजनाओं की भी घोषणा की। मंत्री के अनुसार, इन परियोजनाओं से 29.74 लाख लोगों को लाभ होगा। राज्य की कामकाजी महिलाओं की सहायता के लिए सरकार ने 10 और स्थानों पर थोझी छात्रावास बनाने का फैसला किया है और इसके लिए 77 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
साथ ही, उन्होंने कहा कि राज्य की राजधानी के पास विश्व स्तरीय सुविधाओं वाला एक शहर बसाया जाएगा। मंत्री का बजट भाषण 2 घंटे 38 मिनट तक चला। लगभग सवा करोड़ महिलाओं के लिए 1,000 रुपये मासिक सहायता के लिए योजना ‘कलैगनार मगलिर उरीमाई थिट्टम’ को लेकर उन्होंने कहा कि 13,807 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं और घोषणा की है कि ऐसी पात्र महिलाएं जिन्हें अभी तक 1,000 रुपये की सहायता नहीं मिली है, उन्हें जल्द ही आवेदन करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कामकाजी महिलाओं के 10 और छात्रावास की घोषणा की जिसके लिए 77 करोड़ रुपये आवंटित किए गए है। राज्य में फिलहाल इस तरह के 13 छात्रावास हैं। मुख्यमंत्री जलपान योजना का और विस्तार किया जाएगा और इसके लिए 600 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
इसे भी पढ़ें: स्टालिन सरकार ने बजट में ₹ का सिंबल हटा किया तमिलों का अपमान? जानें कब-कैसे और क्यों इस चिन्ह को अपनाया गया था
इसके अलावा, मंत्री ने कहा कि समग्र शिक्षा योजना के तहत राज्य सरकार पिछले सात वर्षों से विभिन्न छात्र कल्याण योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘विशेष रूप से मौलिक साक्षरता सुनिश्चित करने के लिए ‘एन्नुम एझुथुम थिट्टम’ जैसी पहल, दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष शिक्षा, दूरदराज के क्षेत्रों के छात्रों के लिए परिवहन भत्ता, शिक्षकों के लिए वेतन, छात्रों के भविष्य को आकार देने के लिए उच्च शिक्षा के लिए मार्गदर्शन, प्रतिभाओं को मंच देने के लिए कला उत्सव, शैक्षिक भ्रमण और स्कूलों में इंटरनेट सुविधाओं सहित बुनियादी ढांचे का विकास, प्रगति पर है।” वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘हालांकि, केंद्र सरकार ने तमिलनाडु को स्वीकृत 2,152 करोड़ रुपये की राशि रोक दी है, क्योंकि राज्य ने केंद्र सरकार की नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति को स्वीकार नहीं किया है, जिसमें त्रि-नीति भी शामिल है।”
भाजपा और अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) ने राज्य बजट 2025-26 की प्रस्तुति के दौरान तमिलनाडु विधानसभा से वॉकआउट किया, जिसमें डीएमके सरकार द्वारा रुपये के प्रतीक को बदलने के कदम और तमिलनाडु राज्य विपणन निगम लिमिटेड (टीएएसएमएसी) में कथित भ्रष्टाचार का विरोध किया गया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने बजट की आलोचना करते हुए इसे “आंखों में धूल झोंकने वाला” बताया। उन्होंने कहा कि हमने बजट से किनारा कर लिया है। टीएएसएमएसी आज एक बड़ा मुद्दा है।
No tags for this post.