ओला-रोस्मार्टा के बीच बकाया राशि विवाद सुलझा:रोस्मार्टा ने दिवालियापन कार्यवाही की याचिका वापस ली; ओला पर ₹26 करोड़ पेमेंट रोकने का आरोप था

ओला-रोस्मार्टा के बीच बकाया राशि विवाद सुलझा:रोस्मार्टा ने दिवालियापन कार्यवाही की याचिका वापस ली; ओला पर ₹26 करोड़ पेमेंट रोकने का आरोप था

इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मेकर ओला इलेक्ट्रिक ने रोस्मर्टा ग्रुप के साथ 26 करोड़ रुपए की बकाया राशि वाले मामले को सुलझा लिया है। कंपनी ने मंगलवार को एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि रोस्मर्टा ग्रुप ने ओला टेक्नोलॉजी लिमिटेड के खिलाफ दिवालियापन की कार्यवाही के लिए दायर की गई याचिका को वापस ले लिया है। इसके बाद मंगलवार के शुरूआती कारोबार में ओला का शेयर 3.6% चढ़ा। हालांकि ये 3.55% की गिरावट के साथ 53.75 रुपए पर बंद हुआ। रोस्मर्टा डिजिटल ने बेंगलुरु के नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) में दायर दिवालियापन याचिकाओं को वापस लेने का मेमो दाखिल कर दिया है। 3 पॉइंट में समझें पूरा मामला इस मामले से तीन कंपनियां ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ​उसकी सब्सिडियरी ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड और रोस्मर्टा डिजिटल सर्विसेज लिमिटेड जुड़ी हैं। कुछ दिन पहले शोरूम्स पर हुई थी छापेमारी ओला के स्टोर्स पर देशभर में RTO कार्रवाई कर रही है। अब तक महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के 32 स्टोर्स पर रेड पड़ चुकी है। इसके अलावा राजस्थान में कुछ स्टोर्स पर भी कार्रवाई की गई है। इसमें 50 से ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियों के जब्त किया जा चुका है। ओला के स्टोर पर 4 बार रेड हुई दूसरी कंपनियों की शिकायत के बाद कार्रवाई गुरुग्राम की प्रताप सिंह एंड एसोसिएट्स कंपनी ने ओला इलेक्ट्रिक और कुछ अन्य कंपनियों के खिलाफ ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं होने की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद महाराष्ट्र के ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने कार्रवाई की । 95% स्टोर पर नहीं है बेसिक सर्टिफिकेशन ओला इलेक्ट्रिक ने 2022 से अब तक 4,000 स्टोर खोले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से लगभग 3,400 शोरूम का ही डेटा उपलब्ध है। 3,400 में से 100 शोरूम ही ऐसे थे, जिनके पास मोटर व्हीकल्स एक्ट के तहत जरूरी ट्रेड सर्टिफिकेट थे। कंपनी के 95% से अधिक स्टोर में अनरजिस्टर्ड टू व्हीलर्स डिस्प्ले करने, बेचने और उनकी टेस्ट राइड ऑफर करने के लिए जरूरी बेसिक सर्टिफिकेशन नहीं हैं।

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