अमेरिकी नेशनल इंटेलिजेंस की डायरेक्टर तुलसी गबार्ड भारत आएंगी:होमस्‍कूल‍िंग से अर्ली एजुकेशन ली, 4 बार सांसद बनीं; जानें कंप्‍लीट प्रोफाइल

अमेरिकी नेशनल इंटेलिजेंस की डायरेक्टर तुलसी गबार्ड भारत आएंगी:होमस्‍कूल‍िंग से अर्ली एजुकेशन ली, 4 बार सांसद बनीं; जानें कंप्‍लीट प्रोफाइल

अमेरिकी नेशनल इंटेलिजेंस की डायरेक्टर तुलसी गबार्ड भारत आएंगी। गबार्ड ने 11 मार्च, 2025 को कहा – मैं इंडो-पैसिफिक यात्रा पर हूं। इस दौरान मैं जापान, थाईलैंड और भारत जाऊंगी। अमेरिका लौटते वक्त कुछ देर के लिए फ्रांस रुकूंगी। ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन में नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर बनने के बाद गबार्ड की पहली भारत यात्रा होगी। हवाई इतिहास में सबसे कम उम्र की विधायक बनीं साल 2002 में, 21 साल की उम्र में तुलसी गबार्ड हवाई स्टेट हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स (2002 से 2004) के लिए चुनी गईं। वे हवाई इतिहास में सबसे कम उम्र की विधायक बनीं। इराक और कुवैत युद्ध के दौरान सैन्य सेवाएं दी गबार्ड ने साल 2004 से 2006 तक इराक युद्ध के दौरान सेवा देने के लिए अपने राजनीतिक पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इराक जाकर सैन्य चिकित्सा यूनिट में काम किया। बाद में, वे 2008 से 2009 तक कुवैत मिशन पर रहीं। होनोलूलू सिटी काउंसिल की सदस्य रहीं साल 2011 में होनोलूलू सिटी काउंसिल की सदस्य बनीं। इस दौरान (2011-2012) उन्होंने सस्टेनेबल एनर्जी, इंफ्रास्ट्रक्चर और ट्रांसपोर्टेशन से जुड़े मुद्दों पर काम किया। 4 बार अमेरिकी सीनेट की सदस्य रहीं 2012 में, वे US हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स (अमेरिकी प्रतिनिधि सभा) के लिए चुनी गईं। साल 2013 से 2021 तक हवाई के सेकेंड कांग्रेसनल जिले (2nd Congressional District) का प्रतिनिधित्व किया। लगातार 4 बार अमेरिकी सीनेट की सदस्य रहीं। वे अमेरिकी कांग्रेस में चुनकर जाने वाली पहली हिंदू और समोअन मूल की महिला बनीं। फॉरेन पॉलिसी, मिलिट्री सर्विस, इन्वायर्नमेंटल प्रोटेक्शन और क्रिमिनल जस्टिस रिफॉर्म जैसे मुद्दों पर काम किया। डेमोक्रेटिक पार्टी से 2020 राष्ट्रपति चुनाव अभियान साल 2019 में, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की। हालांकि, वे चुनावी दौड़ में आगे नहीं बढ़ पाईं और मार्च 2020 में जो बाइडेन का समर्थन करते हुए अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली। डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ने का फैसला अक्टूबर 2022 में डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ने की घोषणा की और इसे ‘वॉशिंगटन में युद्ध-प्रेमी और विभाजनकारी पार्टी’ कहा। इसके बाद वे रिपब्लिकन पार्टी के कई नेताओं का समर्थन करती नजर आईं और 2024 चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप के करीबी मानी जाने लगीं। ट्रम्प ने तुलसी गबार्ड को अमेरिका का इंटेलिजेंस चीफ बनाया नवंबर 2024 में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अपनी सरकार के अहम पदों पर नियुक्तियां कर रहे थें। इस दौरान, 13 नवंबर, 2024 को ट्रम्प ने तुलसी गबार्ड को नेशनल इंटेलिजेंस के डायरेक्टर की जिम्मेदारी दी थी। तुलसी गबार्ड के पिता माइक गबार्ड, हवाई के एक प्रमुख राजनीतिज्ञ हैं। तुलसी का परिवार 1983 में हवाई (Hawaii) चला गया था। तुलसी गबार्ड की पहली शादी विलियम ई. टो से 2004 में हुई थी। हालांकि, ये शादी ज्यादा समय तक नहीं चली और साल 2006 में उनका तलाक हो गया। गबार्ड के दूसरे पति अब्राहम विलियम्स एक पेशेवर फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर हैं। उन्होंने पारंपरिक वैदिक हिंदू रीति-रिवाजों से शादी की थी। ये खबरें भी पढ़ें… एशिया की सबसे अमीर बिजनेस वुमेन बनीं रोशनी नाडार: IT कंपनी की अध्यक्षता करने वाली पहली भारतीय महिला; जानें कंप्लीट प्रोफाइल रोशनी नाडार मल्होत्रा एशिया की सबसे अमीर बिजनेस वुमेन और भारती की सबसे अमीर महिला बन गई हैं। दरअसल, हिंदुस्तान कंप्यूटर्स लिमिटेड यानी HCL ग्रुप के संस्थापक शिव नाडार ने हाल ही में बेटी रोशनी नाडार मल्होत्रा को कंपनी की 47% हिस्सेदारी ट्रांसफर की है। पढ़ें पूरी खबर…
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