लोग हमेशा विक्रम भट्ट को उनकी हॉरर फिल्मों के लिए याद करते हैं, लेकिन इस बार उन्होंने अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलकर एक ऐसी फिल्म बनाई है, जो दिल को छू लेगी। तुमको मेरी कसम एक इमोशनल ड्रामा है, जिसमें प्यार, धोखा और इंसाफ की कहानी को बेहद संजीदगी से पर्दे पर उतारा गया है। भट्ट ने अपनी हॉरर शैली से हटकर एक कोर्टरूम ड्रामा पेश किया है, जो आपके दिल में जगह बना लेता है।
फिल्म की कहानी डॉक्टर अजय मुर्डिया के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने संघर्ष और कठिनाइयों के बावजूद भारत की सबसे बड़ी IVF चेन, इंदिरा IVF की स्थापना की। फिल्म डॉक्टर मुर्डिया के पेशेवर और निजी जीवन के बीच की जद्दोजहद को दिखाती है। डॉक्टर मुर्डिया के किरदार को दो हिस्सों में बांटा गया है—युवा डॉक्टर मुर्डिया की भूमिका ईश्वाक सिंह निभाते हैं, जबकि परिपक्व और अनुभवी डॉक्टर मुर्डिया के रोल में अनुपम खेर नजर आते हैं।
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ईश्वाक सिंह ने एक महत्वाकांक्षी डॉक्टर की भूमिका को बेहतरीन तरीके से निभाया है, जो अपने काम के प्रति जुनून से भरा हुआ है। वहीं, अनुपम खेर ने अपने किरदार में वह गहराई और अनुभव डाल दिए हैं, जो किसी भी इमोशनल कहानी को सशक्त बनाता है। खेर का अभिनय एक बार फिर साबित करता है कि वह किसी भी किरदार में जान डाल सकते हैं । खासकर कोर्ट रूम में उनके दृश्यों ने फिल्म के सस्पेंस और ड्रामा को एक अलग ऊंचाई दी है।
फिल्म में अदा शर्मा ने डॉक्टर मुर्डिया की पत्नी इंदिरा की भूमिका निभाई है। इंदिरा का किरदार प्यार, समर्पण और अपने पति के सपनों को पूरा करने के लिए हर कुर्बानी देने वाली महिला का है। अदा ने इस किरदार में सादगी और शक्ति का मिश्रण बखूबी दिखाया है। उनके और खेर के बीच के इमोशनल सीन फिल्म की आत्मा को गहराई देते हैं और दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ते हैं।
फिल्म का सबसे बड़ा ट्विस्ट तब आता है, जब डॉक्टर मुर्डिया पर एक हत्या का आरोप लगाया जाता है। इस आरोप के बाद फिल्म एक रोमांचक कोर्टरूम ड्रामा में तब्दील हो जाती है। कहानी का यह हिस्सा दर्शकों को उनकी सीट से बांधकर रखता है।
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ईशा देओल ने इस फिल्म के जरिए बड़े पर्दे पर अपनी दमदार वापसी की है। उन्होंने एक सख्त वकील का किरदार निभाया है, जो न केवल कानूनी लड़ाई लड़ रही है, बल्कि अपने भीतर की उलझनों से भी जूझ रही है। ईशा ने अपने किरदार को बहुत ही संतुलन और संजीदगी से निभाया है, जहां उनकी दृढ़ता और भावनाओं का मिश्रण साफ नजर आता है। उनका कोर्ट रूम में प्रदर्शन बेहतरीन है, जो इस ड्रामा को और अधिक गहराई प्रदान करता है।
विक्रम भट्ट का निर्देशन इस फिल्म की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कोर्ट रूम थ्रिलर और इमोशनल ड्रामा का ऐसा अनोखा संगम पेश किया है, जो दर्शकों को लगातार बांधे रखता है। भट्ट ने सस्पेंस और भावनाओं के बीच एक बेहतरीन संतुलन बनाए रखा है, जो इस फिल्म को एक अलग स्तर पर ले जाता है। चाहे कोर्टरूम की बहस हो या किरदारों के बीच के निजी पल, भट्ट ने हर सीन को बहुत ध्यान और सटीकता से निर्देशित किया है।
फिल्म की एक और खासियत इसका संगीत है, जो कहानी के साथ कदम से कदम मिलाता है। फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर और गाने भावनाओं को और अधिक गहराई देते हैं। म्यूजिक न सिर्फ कहानी को आगे बढ़ाता है, बल्कि किरदारों के इमोशनल सफर को भी मजबूती से दर्शाता है।
फिल्म की सिनेमैटोग्राफी भी काबिले तारीफ है। कोर्टरूम के तनावपूर्ण दृश्यों से लेकर निजी पलों की कोमलता तक, हर शॉट कहानी की भावना को बखूबी पेश करता है। विक्रम भट्ट ने अपने निर्देशन और लेखन से यह साबित किया है कि वह सिर्फ हॉरर के ही नहीं, बल्कि इमोशनल और रोमांचक कहानियों के भी मास्टर हैं।
कुल मिलाकर, तुमको मेरी कसम एक दिल को छू लेने वाली फिल्म है, जो भावनाओं और सस्पेंस का बेहतरीन मिश्रण है। अनुपम खेर, ईशा देओल, अदा शर्मा और ईश्वाक सिंह की दमदार परफॉर्मेंस फिल्म की जान हैं। विक्रम भट्ट ने एक ऐसी कहानी पेश की है, जो प्यार, विश्वास, और न्याय के सवालों को उठाती है, और यह दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर देती है। अगर आप एक सशक्त कहानी, दमदार अभिनय और रोमांचक कोर्टरूम ड्रामा देखना चाहते हैं, तो यह फिल्म आपके लिए एक शानदार अनुभव साबित होगी।
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