पटना से फरार दो युवतियां शेखपुरा में मिलीं:नाम-पता बदलकर कर रही थीं नौकरी, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान

पटना से फरार दो युवतियां शेखपुरा में मिलीं:नाम-पता बदलकर कर रही थीं नौकरी, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान

पटना के समयागढ़ गांव से ढाई महीने पहले फरार हुई दो युवतियों को शेखपुरा की मिशन थाना पुलिस ने बरामद कर लिया है। दोनों युवतियों को पहले महिला थाना पुलिस के हवाले किया गया। फिर परिजनों को थाने बुलाकर उन्हें सौंप दिया गया। युवतियां शेखपुरा से बरामद, परिजनों को सौंपा महिला थाना अध्यक्ष अनामिका कुमारी ने बताया कि दोनों युवतियां समयागढ़ गांव की रहने वाली हैं। एक का नाम सोनम कुमारी है। वह रामाशीष महतो की बेटी है। दूसरी युवती कोमल कुमारी है। वह संतोष साव की बेटी है। मिशन थाना अध्यक्ष विवेक कुमार चौधरी के अनुसार, 11 मार्च को बरबीघा शहर से एक किशोरी के गायब होने की सूचना मिली थी। पुलिस की जांच के दौरान वह किशोरी इन दो युवतियों के साथ मिली। यूपी की निवासी बताकर कर रही थी नौकरी दोनों युवतियां बरबीघा शहर में किराए के मकान में रह रही थीं। उन्होंने खुद को यूपी की निवासी बताकर दुकानों में 6 हजार रुपए प्रति माह वेतन पर नौकरी कर ली थी। सोनम ने बताया कि वह सरकार से 5 लाख रुपए का लोन लेकर अपनी दुकान खोलना चाहती थी। पारिवारिक वजहों से भागी युवतियां सोनम की मां की मृत्यु हो चुकी है और पिता मानसिक रूप से बीमार हैं। भाभी से झगड़े के कारण वह अपनी सहेली कोमल के साथ घर से भाग गई। कोमल के माता-पिता उसकी शादी कराना चाहते थे, इसलिए वह भी घर छोड़कर चली गई। पटना के समयागढ़ गांव से ढाई महीने पहले फरार हुई दो युवतियों को शेखपुरा की मिशन थाना पुलिस ने बरामद कर लिया है। दोनों युवतियों को पहले महिला थाना पुलिस के हवाले किया गया। फिर परिजनों को थाने बुलाकर उन्हें सौंप दिया गया। युवतियां शेखपुरा से बरामद, परिजनों को सौंपा महिला थाना अध्यक्ष अनामिका कुमारी ने बताया कि दोनों युवतियां समयागढ़ गांव की रहने वाली हैं। एक का नाम सोनम कुमारी है। वह रामाशीष महतो की बेटी है। दूसरी युवती कोमल कुमारी है। वह संतोष साव की बेटी है। मिशन थाना अध्यक्ष विवेक कुमार चौधरी के अनुसार, 11 मार्च को बरबीघा शहर से एक किशोरी के गायब होने की सूचना मिली थी। पुलिस की जांच के दौरान वह किशोरी इन दो युवतियों के साथ मिली। यूपी की निवासी बताकर कर रही थी नौकरी दोनों युवतियां बरबीघा शहर में किराए के मकान में रह रही थीं। उन्होंने खुद को यूपी की निवासी बताकर दुकानों में 6 हजार रुपए प्रति माह वेतन पर नौकरी कर ली थी। सोनम ने बताया कि वह सरकार से 5 लाख रुपए का लोन लेकर अपनी दुकान खोलना चाहती थी। पारिवारिक वजहों से भागी युवतियां सोनम की मां की मृत्यु हो चुकी है और पिता मानसिक रूप से बीमार हैं। भाभी से झगड़े के कारण वह अपनी सहेली कोमल के साथ घर से भाग गई। कोमल के माता-पिता उसकी शादी कराना चाहते थे, इसलिए वह भी घर छोड़कर चली गई।  

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