संजय गांधी और मेनका गांधी के बेटे और भारतीय राजनीतिज्ञ वरुण गांधी आज यानी की 13 मार्च को अपना 45वां जन्मदिन है। वह सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के आलाकमान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। लेकिन एक समय पर उनको और उनकी मां मेनका गांधी को अपना घर छोड़ना पड़ा था। उस दौरान वरुण गांधी महज 2 साल के थे। इसके बाद वह और उनकी मां भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। बता दें कि वरुण गांधी की राजनीतिक तेवर अन्य राजनेताओं से हटकर हैं। तो आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर वरुण गांधी के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में…
जन्म और शिक्षा
वरुण गांधी का जन्म 13 मार्च 1980 में हुआ था। इनके पिता का नाम संजय गांधी और मां का नाम मेनका गांधी है। वह साइंस में पोस्ट ग्रैजुए हैं और उनकी शिक्षा लंदन में हुई है। उन्होंने साल 2004-2005 में यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से एमएससी की है।
राजनीतिक सफर
बता दें कि मार्च 2012 में वरुण गांधी को महासचिव के रूप में राजनाथ सिंह की टीम में शामिल किया गया था। वह पार्टी के इतिहास में सबसे युवा महासचिव बनें। वैसे तो वह अपनी ही पार्टी बीजेपी को ही कई बार आड़े हाथ ले चुके हैं। तो वहीं कई बार खुले मंच से अखिलेश यादव की खुलकर तारीफ कर चुके हैं। पीलीभीत जिले को मेनका और वरुण की कर्मस्थली के रूप में माना जाता है। साल 1989 में मेनका गांधी ने पहला लोकसभा चुनाव इसी सीट से लड़ा था।
फिर साल 2009 में मेनका गांधी ने अपने बेटे वरुण गांधी को इस सीट से चुनावी मैदान में उतारा था। इस दौरान वरुण गांधी ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की थी और सांसद बने थे। इसके बाद साल 2014 में वरुण गांधी ने सुल्तानपुर सीट से चुनाव लड़ा था। वहीं साल 2019 में एक बार फिर वरुण गांधी ने पीलीभीत से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी।
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