राज्यभर में वर्ष 2025 में ऐतिहासिक घटनाओं की वर्षगांठ पर उत्सवों का आयोजन होगा। ये उत्सव जन भागीदारी के साथ मनाए जाएंगे। इन उत्सवों में विशेषकर भारतीय संविधान की शाश्वतता के साथ राष्ट्र नेताओं के आदर्शों एवं राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को जन मानस में सृजनात्मक ढंग से उजागर करने को ध्यान में रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में इसके लिए गठित संचालन समिति की बुधवार को हुई पहली बैठक में इन कार्यक्रमों के आयोजन की भूमिका प्रस्तुत की गई।
ये उत्सव मनाए जाएंगे
वर्ष 2025 में भारत के संविधान को 75 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। इस उपलक्ष्य में समग्र गुजरात में ‘संविधान का अमृत महोत्सव’ मनाया जाएगा। आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर भी कार्यक्रम होंगे। एक भारत, श्रेष्ठ भारत के विजन के साथ गुजरात के सपूत सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती तथा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 100वां जयंती वर्ष भी भव्य रूप से मनाया जाएगा। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में गुजरात में वर्ष 2025 को जनजातिय गौरव वर्ष के रूप में मनाया जाएगा।
बैठक में जानकारी दी गई कि उत्सवों से लोगों को जोड़ने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं, व्याख्यानमालाओं, ट्राइबल हेरिटेज (आदिजाति धरोहर) को प्रोत्साहित करने वाले जनजातिय गौरव मेलों का आयोजन होगा। मुख्यमंत्री ने भी इसको लेकर कई अहम सुझाव दिए।
अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी
राज्य सरकार के मंत्रियों व वरिष्ठ सचिवों सहित 28 सदस्यों की संचालन समिति ने आयोजन के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी भी सौंपी। सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम के नोडल विभाग के रूप में गृह विभाग को दायित्व सौंपा है। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती – जनजातिय गौरव वर्ष उत्सव कार्यक्रमों की जानकारी आदिजाति विकास आयुक्त सुप्रीत सिंह गुलाटी ने दी। अटल बिहारी वाजपेयी के 100वें जयंती वर्ष के कार्यक्रम राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग तथा प्रशासनिक सुधार प्रशिक्षण प्रभाग की ओर से आयोजित किए जाएंगे। बैठक में मुख्य सचिव राज कुमार, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव पंकज जोशी व एम. के. दास सहित विभागों के वरिष्ठ सचिव उपस्थित रहे।
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