घरों में पानी घुसा तो लोगों ने हाइवे की सड़क पर बिताई पूरी रात

घरों में पानी घुसा तो लोगों ने हाइवे की सड़क पर बिताई पूरी रात

रामदेवरा क्षेत्र में सोमवार दोपहर को एनएच-11 की सडक़ के नीचे से जा रही नहर की पाइप लाइन लीकेज के चलते फटने से करीब दो दर्जन मकान नहरी पानी से घिर गए थे। सोमवार पूरी रात पीडि़तों को घर के बाहर हाइवे की सडक़ पर खुले में बैठ कर बितानी पड़ी। मंगलवार सुबह भी नहर पाइप लाइन से जुड़े कार्मिक फटी पाइप लाइन को दुरुस्त करने के लिए मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने रोष जताया तो पाइप लाइन ठीक करने वालों को वापिस लौटना पड़ा।

जनरेटर और मोटर की सहायता से निकाला पानी बाढ़ आने के बाद तबाही का जैसा मंजर रहता है, वैसा ही मंगलवार की सुबह घरों से नहरी पानी निकलने पर दिखाई दिया। यह संवाददाता जब मंगलवार सुबह मौके पर जाकर हालात जाने तो पीडि़तों ने बताया कि सोमवार दोपहर से लेकर मंगलवार सुबह तक लगातार जनरेटर और पानी खींचने वाली मोटर की सहायता से घरों के भीतर और बाहर जमा पानी को निकाला गया। पानी को घरों से निकालते ही कही पर चारपाई तो कही पर मोटरसाइकिल जमीन नजर आई। इस दौरान चारा, अनाज, ग्वार आदि सामग्री नहरी पानी की भेंट चढऩे से ग्रामीणों को नुकसान हो गया।

पीडि़तों से मिले ग्रामीण

मंगलवार को दिन चढऩे के साथ ही प्रशासन के साथ ग्रामीण भी पीडि़तों से मिलने पहुंचे। सभी ने जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई और उचित मुआवजा दिलाने की मांग प्रशासन से की। हल्का पटवारी ललित पालीवाल ने मौके पर पहुंच कर घटना स्थल के निरीक्षण के बाद नुकसान की रिपोर्ट तैयार की। इस दौरान ग्राम विकास अधिकारी चौथाराम भील, सहायक अभियंता राजेश गुर्जर आदि मौजूद रहे।

इनका कहना :

नहरी पानी की क्षतिग्रस्त पानी की पाइप लाइन को समय पर सूचना देने के बाद भी अधिकारियों ने ठीक नही किया। जिसके चलते लीकेज के कारण बड़ा हादसा हुआ। जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ ठोस कार्यवाही होनी चाहिए।

  • सवाई सुथार, पीडि़त,नई बस्ती, रामदेवरा।
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