भारतीय महिला हॉकी टीम की दिग्गज खिलाड़ी वंदना कटारिया ने मंगलवार को संन्यास का ऐलान किया। वंदना ने भारत के लिए 300 से ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेले हैं। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ हैट्रिक लगाई थी, जिसके बाद वह ऐसा करने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनी थी। वंदना हरिद्वारा के रोशनाबाद की रहने वाली हैं। वह अपने खेल से तब से चर्चा में है जब उन्होंने जूनियर वर्ल्ड कप 2013 में बेहतरीन खेल दिखाया। उन्होंने वर्ल्ड कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा पांच गोल किए थे। भारत ने जूनियर वर्ल्ड कप 2013 में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इस प्रदर्शन के बाद उन्हें भारतीय महिला हॉकी टीम में खेलने का मौका मिला। भारत के लिए खेलते हुए उन्होंने 2014 एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इसके बाद 2018 एशियन गेम्स में सिल्वर और 2023 में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वंदना ने कप्तान के तौर पर भारत को एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2016 में गोल्ड मेडल जिताया था। वहीं 2018 में सिल्वर पर कब्जा जमाया था। जिसके बाद उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब भी दिया गया। 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल भी जीता था। भारत ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में चौथे स्थान पर फिनिश किया था। वंदना ने इसमें बहुत अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद वंदना को भारतीय हॉकी में दिए गए योगदानों और बेहतरीन खेल के लिए कई अवॉर्ड्स से सम्मानित भी किया गया। इस दौरान 2021 में अर्जुन अवॉर्ड से उन्हें सम्मानित किया गया। इसके बाद उन्हें 2022 में पद्य श्री भी दिया गया।
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