असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने रविवार को अरविंद केजरीवाल पर उनके यमुना में जहर के आरोप को लेकर निशाना साधा और कहा कि कोई भी हिंदू किसी के पानी में जहर नहीं डालेगा।
उन्होंने दावा किया कि आप प्रमुख के पापों के कारण राष्ट्रीय राजधानी में नदी की स्थिति खराब है।
बाबरपुर में भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि केजरीवाल ने चुनावों के मद्देनजर पुजारियों को मासिक वेतन देने का वादा किया था।
शर्मा ने दावा किया कि अन्यथा वह केवल मौलानाओं के बारे में सोचते हैं।
शर्मा ने कहा, हम हिंदू हैं और किसी को भी पानी पिलाना धर्म में शुभ माना जाता है। एक हिंदू दूसरे के पानी में जहर कैसे मिला सकता है? यह कैसे संभव है?
हरियाणा में भाजपा सरकार कैसे पानी में जहर मिला सकती है, जिसे दिल्ली में उसकी अपनी पार्टी के नेता पीते हैं? क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जहरीला पानी पी रहे हैं?
उन्होंने सवाल किया, दिल्ली में यमुना की हालत खराब है, इसलिए नहीं कि हरियाणा से किसी ने इसमें जहर डाला है, इसकी वजह केजरीवाल हैं, बल्कि यह उनके पापों की वजह से है। उन्होंने वादा किया था कि जब तक यमुना साफ नहीं हो जाती, तब तक वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। उनके दावे का क्या हुआ?
आप प्रमुख ने 27 जनवरी को आरोप लगाया था कि हरियाणा की भाजपा सरकार ने यमुना के जरिए दिल्ली को आपूर्ति किए जाने वाले पानी में जहर मिला दिया है।
शर्मा ने आरोप लगाया कि केजरीवाल झूठ की फैक्टरी चला रहे हैं और जेल में बिताए अपने समय को सम्मान की बात मान रहे हैं।
दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों के लिए चुनाव पांच फरवरी को होंगे और मतों की गिनती आठ फरवरी को होगी।